बलूच नेशनल मूवमेंट के मानवाधिकार विभाग, पांक, ने मई 2025 के लिए अपनी मासिक रिपोर्ट जारी कर पाकिस्तानी सुरक्षा बलों और राज्य समर्थित सशस्त्र समूहों की करतूतों का भंडाफोड़ किया है।
जबरन गायब करने और हत्याओं के मामलों में काफी बढ़ोतरी
इस रिपोर्ट में बलूचों के सालों से जारी दमन के तहत लोगों को जबरन गायब करने और कानूनी दायर से बाहर बढ़ती हत्याओं के मामलों पर चिंताजनक वृद्धि का दस्तावेजीकरण किया गया है।
पांक ने एक्स पर साझा किए गए एक बयान में कहा कि बलूचिस्तान में कम से कम 128 व्यक्तियों को जबरन गायब किया गया और 27 की हत्या की गई। पीडि़तों में अधिकांश नागरिक थे, जिनमें बच्चे, पत्रकार और छात्र शामिल थे।
जबरन गायब करने की सबसे अधिक 32 घटनाएं ग्वादर में
जबरन गायब करने की सबसे अधिक 32 घटनाएं ग्वादर में दर्ज की गईं। इसके बाद केच में 27, कराची में 10 और अवारन में नौ घटनाएं सामने आईं। सबसे चिंताजनक मामलों में 15 वर्षीय अली बलूच का मामला था, जिसे केच में एक खूनी दस्ते ने अंजाम दिया।
खूनी दस्ते ने पहले उसका अपहरण किया और बाद में हत्या कर दी। एक अन्य पीड़ित, समीर अहमद, को एक मई को पंजगुर से अगवा किया गया। उसे आठ दिन बाद मृत पाया गया। एक अलग घटना में, वहीद बलूच का गोलियों से छलनी शव एक दिन बाद मिला।
बलूच पत्रकार को घर में सोते समय गोली मार दी
बलूच पत्रकार अब्दुल लतीफ बलूच को कथित तौर पर घर में सोते समय गोली मार दी गई।पांक ने फहद लेहरी के मामले को उजागर किया, जिसका क्षत-विक्षत शव 13 मई को क्वेटा में बरामद किया गया।
रिपोर्ट में कलात में बख्तियार अहमद की हत्या का भी उल्लेख किया गया, जिसने सार्वजनिक रूप से सैन्य अभियानों की आलोचना की थी। रिपोर्ट में अन्य पीडि़तों के नाम भी शामिल हैं, जिनमें सूफी तारेक, युनिस बलूच, मुहम्मद रामजान और कई अन्य शामिल हैं, जिन्हें उनके घरों से अगवा करने के बाद मार दिया गया।
फर्जी मुठभेड़ की जा रही हैं
रिपोर्ट में बर्खान में हुई एक फर्जी मुठभेड़ का भी उल्लेख किया गया, जिसमें तीन पुरुष, अब्दुल रहमान बुजदार, फरीद बुजदार, और सुलतान मरी, को काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट द्वारा मार दिया गया।
एक अन्य महिला को मार मारकर किया घायल
अवारन में दो नागरिक, जिनमें एक महिला भी शामिल थी, की हत्या की गई, जबकि एक अन्य महिला को 26-27 मई को एक सैन्य छापे के दौरान घायल किया गया। पांक ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि वह हस्तक्षेप करे और पाकिस्तान को बलूच लोगों के खिलाफ प्रणालीगत, राज्य-संरक्षित आतंक के अभियान के लिए जिम्मेदार ठहराए।