अयोध्या राम मंदिर परिसर के अंदर 700 मीटर लंबा कॉरिडोर बनाया जाएगा। इससे सप्त मंडपम और कुबेर टीला जाने का रास्ता सीधा हो जाएगा।
राम जन्मभूमि परिसर में आंतरिक कॉरिडोर का निर्माण होगा। इस कॉरिडोर के माध्यम से राममंदिर, सप्त मंडपम व कुबेर टीला को आपस में जोड़ा जाएगा, ताकि राममंदिर के श्रद्धालु इन स्थलों पर आसानी से पहुंचकर दर्शन कर सकें। यह आंतरिक कॉरिडोर 700 मीटर लंबा होगा। इसका निर्माण कार्य जल्द शुरू करने की तैयारी है।
राम जन्मभूमि परिसर में राममंदिर के अलावा अन्य प्रकल्पों का निर्माण कार्य चल रहा है। परिसर में ऐतिहासिक कुबेर टीला को विकसित किया जा चुका है। यहां कुबेरेश्वर महादेव विराजमान हैं। साथ ही जटायु की भी भव्य मूर्ति स्थापित की गई है। वहीं परिसर में सप्त मंडपम का भी निर्माण कार्य चल रहा है। सप्त मंडपम में महर्षि वशिष्ठ, वाल्मीकि, वशिष्ठ, अगस्त्य, निषादराज, शबरी का भी मंदिर बनने का काम शुरू हो चुका है। इसके अलावा परकोटा में भी गणेश, सूर्य, हनुमान, माता भगवती, अन्नपूर्णा व शेषावतार मंदिर का निर्माण हो रहा है।
राममंदिर के दर्शन के बाद श्रद्धालु इन मंदिरों तक पहुंच सकें इसलिए राम जन्मभूमि पथ से इन स्थलों को जोड़ने के लिए कॉरिडोर बनेगा। श्रद्धालु रामलला के दर्शन के बाद परकोटे से होकर कुबेर टीला, शेषावतार मंदिर समेत सप्त मंडपम मंदिरों का दर्शन करते हुए यात्री सुविधा केंद्र से बाहर निकल सकेंगे। राममंदिर के ट्रस्टी डॉ़ अनिल मिश्र ने बताया कि अगस्त के अंत तक कॉरिडोर निर्माण काम पूरा हो जाएगा। सप्त मंडपम के फाउंडेशन का काम पूरा हो चुका है। वहीं शेषावतार मंदिर का काम भी 30 फीसदी पूरा हो गया है। दिसंबर के अंत तक मंदिर निर्माण सहित ये सभी काम पूरे हो जाएंगे।
CG News | Chhattisgarh News Hindi News Updates from Chattisgarh for India