उधम सिंह नगर : सितारगंज, रुद्रपुर, काशीपुर व किच्छा की चार पेयजल योजनाएं सीएम पुष्कर सिंह धामी के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट में शामिल हैं। इन चार पेयजल योजनाओं से 75,629 उपभोक्ताओं को प्रतिदिन 135 लीटर पानी की आपूर्ति की स्कीम बनाई जा रही है।
सितारगंज, रुद्रपुर, काशीपुर व किच्छा की चार पेयजल योजनाएं सीएम पुष्कर सिंह धामी के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट में शामिल हैं। इन चार पेयजल योजनाओं से 75,629 उपभोक्ताओं को प्रतिदिन 135 लीटर पानी की आपूर्ति की स्कीम बनाई जा रही है। चारों योजनाओं के लिए 1546.91 करोड़ रुपये की डीपीआर तैयार कर ली गई है।
शनिवार देर रात डीएम उदयराज सिंह ने जिला कार्यालय सभागार में चार पेयजल योजनाओं की तैयार डीपीआर की विस्तार से जानकारी ली। बताया कि यह योजनाएं मुख्यमंत्री की शीर्ष प्राथमिकता में शामिल हैं, डीएम ने कहा कि जिले के चारों शहरों में प्रतिदिन 24 घंटे पर्याप्त पेयजल आपूर्ति की जाएगी। संबंधित क्षेत्रों के एसडीएम, इंजीनियर व एमएनए को निर्देश दिए की जहां भूमि की आवश्यकता हो उसे तुरंत चिह्नित कर लें।
सरकारी भूमि उपलब्ध नहीं है तो भूमि खरीदने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजें। डिजायन इंजीनियर आदिति पुंडिर ने बताया कि इन योजनाओं के तहत शहर के सभी घर को पाइपलाइन के जरिए प्रति व्यक्ति प्रतिदिन 135 लीटर शुद्ध पेयजल उपलब्ध होगा।
रुद्रपुर के लिए 590.50 करोड़ की डीपीआर तैयार की गई है और शहर को 10 जोन में बांटा गया है। रूद्रपुर पेयजल योजना में 27 ट्यूबवेल, आठ ओवरहैड टैंक व 33500 गृह कनेक्शन प्रस्तावित हैं।
काशीपुर के लिए 346.80 करोड़ की डीपीआर तैयार की गई है, शहर को सात जोन में बांटा गया है। काशीपुर पेयजल योजना में 15 ट्यूबवेल, सात ओवर हैड टैंक व 15700 गृह कनेक्शन प्रस्तावित हैं। 3- सितारगंज नगर पालिका परिषद सितारगंज शहर को चार जोन में बांटते हुए 119.88 करोड़ की डीपीआर तैयार की गई है। इसमें छह ट्यूबवेल, चार ओवरहैड टैंक व 8529 गृह कनेक्शन प्रस्तावित हैं।
किच्छा के लिए 489.73 करोड़ की डीपीआर तैयार की गई है और शहर को सात जोन में बांटा गया है। किच्छा पेयजल योजना में 14 ट्यूबवेल, पांच ओवरहैड टैंक व 17900 गृह कनेक्शन प्रस्तावित हैं।
आधुनिक क्रिटिकल केयर यूनिट के लिए 27 करोड़ की डीपीआर तैयार
रुद्रपुर मेडिकल कॉलेज में क्रिटिकल केयर यूनिट (सीसीयू) के निर्माण की कवायद चल रही है। इसके लिए 27 करोड़ रुपये की डीपीआर बनाई जा चुकी है। प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन योजना के तहत अस्पताल में मौजूद इमरजेंसी कक्ष के पीछे खाली पड़ी भूमि में इसे बनाया जाएगा। 4200 वर्ग मीटर जमीन पर 50 बेड से यूनिट तैयार होगी। मेडिकल कॉलेज के प्रपाेज्ड आईसीयू और सीसीयू का निर्माण इसके साथ ही होगा।