बरेली जंक्शन पर अवध असम एक्सप्रेस की एक बोगी में तेज धमाका होने से दहशत फैल गई। यात्री बोगी से बाहर निकलकर भागने लगे। बताया जा रहा है कि बोगी में एक बोरी रखी थी, जिसमें धमाका हुआ है। बोरी में पटाखे रखे हुए थे।
बरेली जंक्शन पर दिवाली के अगले ही दिन ऐसी घटना हुई, जिससे हड़कंप मच गया। लालगढ़ से डिब्रुगढ़ के बीच चलने वाली 15910 अवध असम एक्सप्रेस के कोच नंबर एस 2 में सोमवार दोपहर तेज धमाका हुआ, जिससे दहशत फैल गई। बोगी में भगदड़ मच गई। गनीमत रही कि कोई को हताहत नहीं हुआ है। बताया जा रहा है कि बोगी में रखी एक बोरी में पटाखे रखे हुए थे, उसी में धमाका हुआ है। जिससे बोरी में आग लग गई। कुछ यात्रियों ने बोरी को तुरंत ट्रेन से बाहर फेंक दिया, जिससे बड़ा हादसा टला।
कोच नंबर एस 2 में हुआ धमाका
जानकारी के मुताबिक अवध असम एक्सप्रेस सोमवार दोपहर करीब 12:50 बजे बरेली पहुंची थी। जैसे ही ट्रेन जंक्शन पर रुकी, तभी कोच नंबर एस 2 में तेज धमाका हो गया। जिससे भगदड़ मच गई। धुआं निकलता देख यात्री ट्रेन से उतरकर भागने लगे। मौके पर तुरंत जीआरपी और आरपीएफ पहुंच गई। ट्रेन में आग की सूचना पर फायर ब्रिगेड भी पहुंच गई।
जीआरपी ने बोगी के अंदर जाकर जांच की तो पता चला कि ट्रेन में अज्ञात युवक अवैध तरीके से बोरी में पटाखे लेकर जा रहा था। घटना होते ही युवक ट्रेन की आपातकालीन खिड़की से कूदकर भाग गया। जीआरपी उसकी तलाश में जुटी है। उधर, घटना के बाद ट्रेन को करीब 45 मिनट रोका गया। सभी कोचों में जांच करने के बाद ट्रेन को रवाना किया गया।
अग्निशमन अधिकारी ने बताया कि अवध असम एक्सप्रेस में आग लगने की सूचना मिली थी। इस पर तुरंत दमकल की चार गाड़ियों को भेजा गया। जांच में पता चला कि एस 2 बोगी में एक बोरी में पटाखे रखे हुए थे। संभवत: किसी ने जलती हुई बीड़ी या सिगरेट बोरी पर डाल दी, जिससे पटाखों ने आग पकड़ ली। बोरी को तुरंत बोगी से बाहर फेंक दिया गया। घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है।
बीते दिनों में मिली थी ये धमकी
गौर करने की बात है पिछले दिनों गाजियाबाद, सहारनपुर, मेरठ समेत कई रेलवे स्टेशन 13 नवंबर को बम से उड़ाने की आतंकी धमकी मिली थी। बरेली जंक्शन पर 13 नवंबर को ही ट्रेन में पटाखों से धमाका हो गया। फिलहाल जीआरपी जांच में जुटी हुई है। बता दें कि त्योहार के चलते ट्रेन में भारी भीड़ थी। जिस बोगी में धमाका हुआ, उसमें भी खचाखच यात्री भरे हुए थे। घटना से सभी यात्री सहम गए थे। जांच के बाद उन्होंने राहत की सांस ली।