भारतीय रुपये ने लगातार तीसरे दिन अपनी बढ़त बनाए रखी और बृहस्पतिवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले दो पैसे की बढ़त के साथ 83.30 पर पहुंच गया। शेयर बाजारों के सकारात्मक रुख और विदेशी कोषों की आवक जारी रहने से भारतीय मुद्रा को बल मिला।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि तेल उत्पादक देशों ओपेक प्लस की महत्वपूर्ण बैठक से पहले कच्चे तेल की कीमतें 82 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गई हैं। इससे भारतीय मुद्रा की बढ़त सीमित रही। अंतर बैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले 83.31 पर खुला। फिर 83.29 से 83.32 प्रति डॉलर के बीच उसने कारोबार किया। इसके बाद अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 83.30 पर रहा, जो पिछले बंद भाव से दो पैसे की बढ़त है। रुपया बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 83.32 पर बंद हुआ था।
इस बीच दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.02 प्रतिशत की गिरावट के साथ 102.78 पर रहा। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.18 प्रतिशत की गिरावट के साथ 82.95 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बुधवार को 71.91 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।