जींद में कोहरा और स्मॉग खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। वायु गुणवत्ता (ए.क्यू.आई.) का स्तर यहां 500 तक पहुंच गया है। इससे लोगों को सांस लेने में भी दिक्कत होने लगी है। आंखों में जलन हो रही है। बार-बार आंखों से पानी निकल रहा है। इस तरह के हालात दीवाली से अगले दिन थे, उसी तरह के हालात अब फिर से बन रहे हैं। सिविल अस्पताल में सांस, अस्थमा, एलर्जी के मरीजों की संख्या बढ़ गई है।
जींद में 15 दिनों से जिले की आबोहवा प्रदूषित हो चली है। अस्थमा के मरीजों, बच्चों, बुजुर्गों को सांस लेने में परेशानी आ रही है। अब 2 दिन से स्मॉग के साथ धुंध के कारण दृश्यता भी कम हो रही है। वीरवार को दिन भर स्मॉग देखने को मिला। सुबह के समय धुंध में 20 मीटर दूर भी स्पष्ट दिखाई नहीं दे रहा था। वाहन लाइट ऑन करके सड़कों पर कम गति से ही चलते दिखाई दिए।
चिकित्सकों के अनुसार जिले में इस समय सुबह-शाम की सैर भी सेहत के लिए खतरनाक हो चली है। सुबह और शाम को प्रदूषण का स्तर ज्यादा रहता है। सिविल सर्जन डा. गोपाल गोयल ने कहा कि खतरनाक गैस और कोहरे के मेल से स्मॉग बनता है। गाड़ियों और फैक्टरियों से निकले धुएं में मौजूद राख, सल्फर, नाइट्रोजन, कार्बनडाइआक्साइड और अन्य खतरनाक गैसें जब कोहरे के सम्पर्क में आती हैं तो स्मॉग बनता है। सुबह के मौसम में नमी के साथ डस्ट ज्यादा हो रहा है और स्मॉग बढ़ने के कारण सैर करने वाले लोगों की सांसों के साथ स्मॉग सीधे फेफड़ों तक पहुंच जाता है। क्योंकि सैर करते समय तेजी से सांस लिया जाता है।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने जैनरेटर किए सील
हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने ग्रैप-2 का पालन नहीं करने पर रोहतक रोड पर भटनागर कालोनी में एक बैंक के जैनरेटर को सील किया है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग और केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम जिले में प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए लगातार निरीक्षण कर रही है। निरीक्षण दौरान टीम को 2 जगह संस्थान में चल रहे जैनरेटर ग्रैप-2 के नियमानुसार नहीं पाए गए थे।
इस मामले में कार्रवाई के लिए निर्देश दिए गए थे। हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की स्थानीय टीम ने मौके पर जाकर एक जैनरेटर को सील कर दिया। हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एस.डी.ओ. अनिल जांगड़ा ने बताया कि केंद्र से आई टीम लगातार निगरानी रख रही है और साइटों का निरीक्षण कर रही है।