नई दिल्ली 03 सितम्बर।भारत और दुनिया भर के देशों ने उत्तर कोरिया के परमाणु परीक्षण की कड़ी निंदा की है।
भारत के विदेश मंत्रालय ने इस पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि उत्तर कोरिया ने कोरियाई प्रायद्वीप को परमाणु हथियारों से मुक्त करने की अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं का फिर उल्लघन किया है।
भारत ने उत्तर कोरिया से कहा है कि वह समूचे क्षेत्र की शांति और स्थिरता पर विपरीत असर डालने वाली इस प्रकार की कार्रवाई ना करे। भारत ने परमाणु और मिसाइल प्रौद्योगिकी के प्रसार पर भी चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि इसने उसकी सुरक्षा के लिए गंभीर खतरे पैदा किए हैं।
अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि यह परीक्षण उकसावे वाली कार्रवाई है और यह अमरीका के लिए बेहद खतरनाक है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमेनुअल मेक्रोन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से इस मामले पर तुरंत कार्रवाई का अनुरोध किया है।उत्तर कोरिया के एकमात्र मित्र देश चीन ने उसे सलाह दी है कि वह ऐसा कोई गलत कदम न उठाए जिससे स्थिति और बिगड़े।
रूस ने भी उत्तर कोरिया को चेतावनी दी है कि उत्तर कोरिया के लिए इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं।जापान ने भी कहा है कि इससे उसके लिए गंभीर खतरा पैदा हो गया है।
अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने परीक्षण पर अफसोस जाहिर करते हुए कहा है कि यह विश्व समुदाय की चिंताओं की अनदेखी है।ब्रिटेन के विदेश मंत्री बोरिस जॉन्सन ने उत्तर कोरिया के परीक्षण को गैर-जिम्मेदाराना और उकसावे वाली कार्रवाई बताया है।
उत्तर कोरिया ने कहा है कि उसने आज हाइड्रोजन बम का परीक्षण किया है।इस बम को मिसाइल के जरिये छोड़ा जा सकता है। इस परीक्षण के बाद भूकंप के दो झटके भी महसूस किए गए।