महापौर सुषमा खर्कवाल और नगर आयुक्त गौरव कुमार के बीच अधिकारों को लेकर चल रहा टकराव थम नहीं रहा है। इसके कारण अब महापौर की विशेष सदन बुलाने की मांग भी खारिज हो गई है। नगर आयुक्त ने साफ कर दिया है कि नगर निगम अधिनियम की विधिक व्यवस्था के तहत जब तक पिछले सदन की कार्यवाही रिपोर्ट जारी नहीं होगी, अगला सदन नहीं हो सकता।
पिछला सदन चार व नौ अक्तूबर को हुआ था। उसकी कार्यवाही रिपोर्ट महापौर जारी करती हैं, जो अब तक जारी नहीं हुई है। इसी आधार पर नगर आयुक्त ने नगर निगम सदन की विशेष बैठक बुलाने से मना कर दिया है। उनका कहना है कि जब कार्यवाही जारी हो जाएगी तो उसके बाद सदन की सूचना मिलने के बाद बैठक के लिए प्रस्ताव मांगे जाएंगे और फिर एजेंडा जारी किया जाएगा। एजेंडा भी 96 घंटे पहले जारी करना होता है। ऐसे में 14 नवंबर को सदन की बैठक किसी भी स्थिति में नहीं हो सकती।
नहीं चला विशेष सदन बुलाने का दांव
सोमवार को महापौर ने नगर निगम का सामान्य सदन बुलाने को लेकर पत्र जारी किया था। इसमें कहा गया था पुराने प्रस्तावों पर चर्चा की जाएगी। सामान्य सदन होने के नाते इसमें नए प्रस्तावों को भी शामिल करना पड़ता। उसके लिए पार्षदों और विभागों से प्रस्ताव मांगने पड़ते। जिससे कई दिन का समय लगता और 14 को सदन की बैठक नहीं हो पाती। इसके अलावा सदन बुलाने के लिए नगर निगम अधिनियम के तहत 96 घंटे पहले एजेंडा व सूचना भी जारी करनी होती है, चूंकि अभी एजेंडा तैयार करने में ही 10 दिन से अधिक का समय लग जाता तो बैठक को टालना पड़ता।
इसे देखते हुए महापौर ने सामान्य सदन की जगह विशेष सदन की बैठक बुलाने के निर्देश मंगलवार को यह कहते हुए दिए थे कि विशेष सदन बुलाया जाना है, लेकिन त्रुटिवश सामान्य सदन लिख गया था, लेकिन नगर निगम प्रशासन ने विशेष सदन भी बुलाने से मना कर दिया है। चर्चा थी कि सदन के बहाने नगर निगम अफसरों को सदन में घेरा जाता। इसके कारण ही पहले सामान्य सदन और फिर विशेष सदन की बात की गई।
कार्यकारिणी बैठक के लिए महापौर और नगर आयुक्त में हुई चर्चा
नगर आयुक्त ने बताया कि कार्यकारिणी की बैठक बृहस्पतिवार को होगी। इसमें पुराने प्रस्तावों पर ही चर्चा होगी। कोई नया प्रस्ताव नहीं आएगा। बैठक को लेकर सूचना भी जारी कर दी गई है।
बैठक से पहले कार्यकारिणी के प्रस्तावों को लेकर महापौर से उनके कैंप कार्यालय पर बात भी की गई। यह भी कहा जा रहा है कि अब सदन के बजाय पुनरीक्षित बजट पास करने के लिए कार्यकारिणी की विशेष बैठक बुलाई जाएगी। उसके बाद उसे सदन में पास किया जाएगा, क्योंकि बजट लेट हो रहा है।
कोई टकराव नहीं मिलकर करेंगे शहर के लिए काम
महापौर सुषमा खर्कवाल ने कहा कि अब किसी कोई टकराव नहीं है। शहर के विकास के लिए काम करना है। नगर आयुक्त से कार्यकारिणी बैठक व शहर के विकास कार्यों को लेकर चर्चा भी हुई। जो गिले शिकवे थे वह दूर हो गए हैं। आपसी मनमुटाव का असर शहर के विकास पर पड़ता है। ऐसे में अब सब मिलकर काम करेंगे। पुनरीक्षित बजट को लेकर भी जल्द ही कार्यकारिणी की बैठक बुलाई जाएगी।
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