- इस बैठक में छह प्रमुख क्षेत्रों का भावी एजेंडा बनाने पर बात होगी। इनमें ऊर्जा और खाद्य सुरक्षा मुख्य तौर पर शामिल होगा।
- बैठक में यह भी एक बड़ा मुद्दा होगा कि किस तरह से प्रमुख आर्थिक चुनौतियों का सामना करने के लिए इन चार देशों की कंपनियों के बीच साझेदारी को आगे बढ़ाया जाए।
- चारों देशों की कोशिश है कि दूसरे हित के क्षेत्रों में भी आर्थिक साझेदारी को मजबूत किया जाए। सदस्य देश अपने क्षेत्र के अलावा दूसरे क्षेत्रों में भी कारोबार व निवेश को ले जाने के लिए काम करेंगे।
- बैठक के बाद जारी होने वाले संयुक्त बयान पर रहेगी नजर।
इजरायल, संयुक्त अरब अमीरात और अमेरिका के नेताओं के साथ I2U2 के पहले नेताओं के शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे PM मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime minister modi) 14 जुलाई को इजरायल, संयुक्त अरब अमीरात और अमेरिका के नेताओं के साथ I2U2 के पहले नेताओं के शिखर सम्मेलन (Summit) में भाग लेंगे। I2U2 का उद्देश्य पानी, ऊर्जा, परिवहन, अंतरिक्ष, स्वास्थ्य और खाद्य सुरक्षा जैसे छह पारस्परिक रूप से पहचाने गए क्षेत्रों में संयुक्त निवेश को प्रोत्साहित करना है। I2U2 का पहला लीडर्स समिट आज लगभग 4 बजे आयोजित किया जाएगा।
बैठक में यह भी एक बड़ा मुद्दा होगा कि किस तरह से प्रमुख आर्थिक चुनौतियों का सामना करने के लिए इन चारों देशों की कंपनियों के बीच साझेदारी को आगे बढ़ाया जाए। भारत के लिए इस चार देशों के समूह (क्वाड) में शामिल होने के कई मायने हैं। एक तो अमेरिका के साथ यह दूसरा क्वाड होगा जिसमें भारत सदस्य होगा। अभी भारत, अमेरिका, आस्ट्रेलिया और जापान का एक क्वाड गठबंधन है जिसके प्रमुखों की बैठक मई, 2022 में हुई थी। इस बैठक मे इन चारों देशों ने आर्थिक सहयोग के एक बड़े एजेंडे और हिंद प्रशांत आर्थिक फ्रेमवर्क की घोषणा की थी।
क्या है I2U2 समिट
I2U2 का अर्थ I2 भारत और इज़राइल के लिए है, जबकि U2 यूएसए और यूएई के लिए है। I2U2 चार देशों का एक समूह है जो भारत, इज़राइल, यूएसए और यूएई है। एक नया वैश्विक मानक बनाने के लिए ये चार राष्ट्र खाद्य सुरक्षा और रक्षा पर ध्यान केंद्रित करेंगे।