भारत की आखिरी चाय की दुकान के बारे में जानने के बाद चाय के शौकीन यहां दौड़े चले आते हैं। उत्तराखंड में भारत और चीन की सीमा पर यह आखिरी चाय की दुकान स्थित है।
सोमवार को पूरा देश आजादी की 75वीं वर्षगांठ मना रहा है। इसी क्रम में दैनिक जागरण आपको भारत की आखिरी चाय की दुकान के बारे में बताने जा रहा है। जिसके बारे में जानने के बाद चाय के शौकीन यहां दौड़े चले आते हैं।
चाय चुस्की के साथ प्रकृति का आनंद लेते हैं पर्यटक
यहां की चाय अनोखी होती है तभी तो दुनिया भर से पर्यटक यहां आते हैं और चाय चुस्की के साथ प्रकृति का आनंद लेते हैं। उत्तराखंड में भारत और चीन की सीमा पर यह आखिरी चाय की दुकान स्थित है। आइए जानते हैं इसके बारे में :
- भारत की आखिरी चाय की दुकान (India Last Tea Shop) उत्तराखंड के चमोली जिले में माणा गांव स्थित है।
- यह गांव छह महीने बर्फ से ढका रहता है जो समुद्र तल से 11 हजार फुट की ऊंचाई पर स्थित है।
- माणा गांव भारत और चीन की सीमा से कुछ ही दूरी पर है।
- इस गांव में एक छोटी-सी चाय की दुकान है। जिसे भारत की आखिरी चाय की दुकान के नाम से जाना जाता है।
- यहां मई से लेकर अक्टूबर तक पर्यटक पहुंचते हैं और चाय की चुस्कियों का लुत्फ उठाते हुए फोटो क्लिक करते हैं।
- यह दुकान चंद्र सिंह बरवाल की है। चंद्र सिंह ने इस दुकान को 29 साल पहले खोला था.
- इस चाय की दुकान पर जो बोर्ड लगा है, जिस पर ‘भारत की आखिरी चाय की दुकान में आपका हार्दिक स्वागत है’ लिखा है।
- इस दुकान के पास कई गुफाएं मौजूद हैं। मान्यता है कि ये गुफाएं वेद-व्यास से संबंध रखती हैं और यहीं पर उन्होंने महाभारत की रचना की थी।
कैसे पहुंचें आखिरी चाय की दुकान पर
देहरादून रेलवे स्टेशन पहुंचकर आपको यहां से चमोली के टैक्सी और बस मिल जाएगी। आप ऋषिकेश और हरिद्वार से भी बदरीनाथ के लिए सीधे बस या टैक्सी ले सकते हैं। यहां से माणा गांव बेहद पास है। यहां का निकटतम हवाई अड्डा जौलीग्रांट है।