आयरलैंड के सबसे सफल बैट्समेन केविन ओब्रायन ने इंटरनेशनल क्रिकेट से सन्यास ले लिया है। ओब्रायन ने ट्वीट करते हुए अपने संन्यास का ऐलान किया है। ICC वर्ल्ड कप के इतिहास में सबसे तेज शतक जड़ने वाले ओब्रायन ने आयरलैंड की तरफ से कुल तीन टेस्ट, 153 ODI और 110 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं। अंडर-19 के दिनों से ही ओब्रायन अपना जलवा दिखने लगे थे। 2004 अंडर-19 वर्ल्ड कप में आयरलैंड की टीम सेमीफाइनल तक पहुंची थी और केविन ओब्रायन उस टीम में शामिल थे।
जून 2006 में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ ODI मैच के साथ अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर का आगाज किया था। ओब्रायन ने अपने पहले ही मैच में इंग्लैंड के तब के कप्तान एंड्र्यू स्ट्रॉस का विकेट झटक लिया था। इसके अलावा अपने पदार्पण मैच में नंबर-8 पर बैटिंग करते हुए उन्होंने 48 गेंद पर 35 रनों की पारी खेली थी। मार्च 2011 में इस बल्लेबाज़ ने अपने करियर की सबसे यादगार पारी खेली थी। इंग्लैंड के खिलाफ ICC वर्ल्ड कप में ब्रायन ने मात्र 50 गेंदों पर शतक ठोंक दिया था, जो आज भी ICC वर्ल्ड कप में सबसे तेज सेंचुरी है।
उस मुकाबले में इंग्लैंड ने आयरलैंड के सामने जीत के लिए 328 रनों का विशाल टारगेट रखा था। जिसे आयरलैंड ने 49.1 ओवर में सात विकेट गंवाकर हासिल कर लिया था। ओब्रायन ने तब 63 गेंद पर 113 रन जड़े थे और आयरलैंड की जीत के नायक रहे थे। इस मैच को ICC वर्ल्ड कप इतिहास के सबसे रोमांचक मैचों में गिना जाता है। किसी ने शायद ही सोचा होगा कि आयरलैंड की टीम वर्ल्ड कप में इंग्लैंड की टीम को शिकस्त देगी।