इसकी अबतक कोई दवा या वैक्सीन नहीं बनी है। लक्षण के आधार पर ही इलाज होता है। उमस और गर्मी वाले इलाकों में यह वायरस अधिक तेजी से फैलता है।
केरल में निपाह वायरस का प्रकोप बढ़ने से उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट मोड पर आ गया है। केरल से उत्तराखंड आने वाले और जाने वाले लोगों पर विभाग द्वारा खासी नजर भी रखी जा रही है।
कोविड की भांति ही निपाह वायरस भी एक से दूसरे को संक्रमित कर सकता है। केरल में छह मरीज मिलने और दो मरीजों की मौत के बाद देश के कई राज्यों में अलर्ट जारी किया गया है। इसकी अबतक कोई दवा या वैक्सीन नहीं बनी है। लक्षण के आधार पर ही इलाज होता है। उमस और गर्मी वाले इलाकों में यह वायरस अधिक तेजी से फैलता है।
दून अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ अनुराग अग्रवाल ने बताया निपाह वायरस के मामले उत्तराखंड में अब तक सामने नहीं आए हैं, लेकिन अगर किसी भी मरीज में निपाह वायरस जैसे लक्षण दिखते हैं तो जांच के लिए ऋषिकेश एम्स भेजा जाएगा।