दिल्ली वायु प्रदूषण बढ़ते प्रदूषण के कारण लोगों को सांस लेने में दिक्कत आंखों में जलन आदि समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में अस्थमा के मरीजों को प्रदूषण में सबसे ज्यादा खामियाजा भुगतना पड़ता है इसलिए प्रदूषण के बीच मरीजों को कुछ बातों का जरूर ध्यान रखना चाहिए जिससे वो किसी भी तरह के परेशानी से बचे रहें।
दिल्ली के साथ देश के तमाम शहरों में प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ रहा है। हर साल यह समस्या सर्दियों के मौसम में सबसे ज्यादा होती है। बढ़ते प्रदूषण के कारण आंखों में जलन, खांसी, सांस फूलने आदि की समस्या होती है।
प्रदूषण बढ़ने के कारण अस्थमा के मरीजों की परेशानी और बढ़ जाती है। अगर प्रदूषण के बीच इनका ध्यान नहीं रखा जाए, तो अस्थमा का अटैक भी आ सकता है। तो आइए जानते हैं, अस्थमा के मरीज कैसे अपनी सेहत का ख्याल रखें।
प्रदूषण में अस्थमा के मरीज इस तरह रखें अपना ख्याल
- अगर आप कहीं बाहर घूमने जा रहे हैं या ट्रैवल कर रहे हैं, तो अपना इन्हेलर साथ रखें।
- एक ही बार में बहुत ज्यादा खाना न खाएं। 2-3 घंटे के अंतराल के पर हेल्दी चीजें खाने की कोशिश करें। बहुत अधिक तले हुए खाद्य पदार्थ खाने से बचें। दरअसल, ऑयली फूड्स खाने से गले की खराश बढ़ सकती है, जिससे आपको घुटन भी महसूस होगी।
- अगर आप अस्थमा के मरीज हैं, तो रोजाना रात में सोने से पहले एक कप गर्म पानी पिएं, जिससे पाचन में सहायता मिलता है और श्वसन तंत्र से भी टॉक्सिक पदार्थ बाहर निकलते हैं।
- आप अपनी डाइट में हल्दी वाला दूध भी शामिल कर सकते हैं, इसे रोजाना रात में पिएं। इसे पीने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इसके अलावा शरीर के टॉक्सिक पदार्थ भी बाहर निकलते हैं।
- प्रदूषण से बचने के लिए रोजाना सुबह खाली पेट एक गिलास गर्म पानी पी सकते हैं । चाहें तो आप गरारे भी कर सकते हैं, इससे भी अस्थमा के मरीजों को फायदा मिलेगा।
- ऐसी जगहों पर न जाएं, जहां ज्यादा प्रदूषण हो। त्योहार के दौरान बच्चे पटाखे फोड़ते हैं, ऐसे में इन जगहों पर भी जाने से बचें। अगर आप ऐसी जगहों पर जाएं भी, तो अपने चेहरे को रूमाल से ढक लें या मास्क का उपयोग कर सकते हैं।