विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सुबह 11 बजे एक्स प्लेटफार्म पर हिंडन वायुसेना स्टेशन के अंदर सी-17 ग्लोबमाटर विमान में राहत सामग्री रखने की तस्वीरें शेयर कीं। राहत सामग्री की सभी पैकिंग पर भरतीय तिरंगा बना है।
भारत ने इस्राइल-हमास युद्ध के चलते खाने-पीने के सामान और दवाईयों की कमी से जूझ रहे फलस्तीनियों क लिए दूसरी बार मानवीय मदद भेजी है। गाजियाबाद के हिंडन वायुसेना स्टेशन से रविवार सुबह भारतीय सी-17 परिवहन विमान ने 32 टन दवाइयां और राहत सामग्री लेकर मिस्र के अल-अरिश हवाई अड्डे के लिए उड़ान भरी। भारत ने इससे पहले भी फलस्तीनियों के लिए करीब 6.5 टन चिकित्सा सहायता और 32 टन आपदा राहत भेजी थी।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सुबह 11 बजे एक्स प्लेटफार्म पर हिंडन वायुसेना स्टेशन के अंदर सी-17 ग्लोबमाटर विमान में राहत सामग्री रखने की तस्वीरें शेयर कीं। राहत सामग्री की सभी पैकिंग पर भरतीय तिरंगा बना है। भारत की फलस्तीनियों को यह दूसरी बार मदद भेजी गई। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने पूर्व में ही फलस्तीन को मानवीय तौर पर राहत सामग्री पहुंचाने की बात कही थी। 32 टन राहत सामग्री में दवाइयां और उनके उपकरण व अन्य सामान है।
इससे पहले भारत ने 22 अक्तूबर को हिंडन वायुसेना स्टेशन से ही सी-17 ग्लोबामास्टर विमान में फलस्तीनियों के लिए जीवनरक्षक दवाईयां, सर्जिकल आइटम्स, टेंट, स्लीपिंग बैग, तिरपाल, स्वच्छता संबंधी सामान, जल शुद्धिकरण के लिए टैबलेट और अन्य आवश्यक वस्तुएं भेजी थीं। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गाजा पट्टी के एक अस्पताल में लोगों की मौत पर संवेदना व्यक्त की थी। इससे पहले उन्होंने फलस्तीन प्राधिकरण के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से बातचीत में कहा था कि भारत फलस्तीन के लोगों के लिए मानवीय सहायता भेजना जारी रखेगा। विदेश मंत्रालय ने भारतीय वायुसेना को आगे भी राहत सामग्री पहुंचाने के संकेत दिए हैं।