मलक सिंह किसान आंदोलन के समय दिल्ली में तीन से चार बार आया था। यहीं पर खालिस्तान हैंडलर पन्नू के समर्थकों के संपर्क में आया।
भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने वाली प्रतिबंधित सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) के संस्थापक गुरपतवंत सिंह पन्नू का गिरफ्तार गुर्गा मलक सिंह दिल्ली में हुए किसान आंदोलन के दौरान खालिस्तान से जुड़ा था। मलक सिंह किसान आंदोलन के समय दिल्ली में तीन से चार बार आया था।
यहीं पर खालिस्तान हैंडलर पन्नू के समर्थकों के संपर्क में आया। इसके बाद यह पन्नू से बात करने लगा। दूसरी तरफ हैंडलर गुरपतवंत सिंह पन्नू ने उसे विदेश बुलाकर बड़ी नौकरी लगवाने का झांसा दिया था। इस लालच में वह देश विरोधी नारे लिख रहा था।
स्पेशल सेल के पुलिस अधिकारियों के अनुसार, यह खुलासा गिरफ्तार खालिस्तानी समर्थक मलक सिंह ने किया है। स्पेशल सेल ने आरोपी को सात दिन के रिमांड पर ले रखा है। रिमांड पर शनिवार को खत्म हो रहा है। आरोपी मलक सिंह ने बताया कि वह किसान आंदोलन में शामिल होने दिल्ली आया था। आंदोलन के दौरान वह खालिस्तान के समर्थकों के संपर्क में आया।
यहां उसे खालिस्तान के पंफ्लेट मिले। खालिस्तान के यू-ट्यूब चैनल और उसकी आईडी के बारे में पता लगा। इसके बाद ये यू-ट्यूब चैनल फॉलो करने लग गया। मलक सिंह के खुलासे से दिल्ली पुलिस को ये पूरी तरह स्पष्ट हो गया है कि किसान आंदोलन में कुछ खालिस्तान समर्थक शामिल हो हुए थे।
किसान आंदोलन में उसे पन्नू का मोबाइल नंबर व उसके बारे में अन्य जानकारियां मिली थीं। दिल्ली पुलिस अधिकारियों के अनुसार, आरोपी मलक सिंह पन्नू से बात करता रहता था। पन्नू ने उसे कहा था कि वह उसे जल्द ही कनाडा बुला लेगा। पन्नू ने उससे कहा था कि उसे बदले में भारत में खालिस्तान के समर्थन में नारे लिखने होंगे। इसके बाद उसने देश-विरोधी नारे लिखने शुरू कर दिए।
उसने जी-20 व क्रिकेट विश्व कप के दौरान देश-विरोधी नारे लिखे थे। उसने गुरुग्राम में भी देश-विरोधी नारे लिखे थे। हालांकि गुरुग्राम पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज नहीं की थी। एसीपी राहुल कुमार सिंह के नेतृत्व में इंस्पेक्टर मानसिंह, मंदीप व जयबीर की टीम ने मलक सिंह को रोहतक से गिरफ्तार किया है।