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पंजाब: सी.आई.ए. स्टाफ टीम ने पिस्तौल व जिंदा रौंद सहित गैंगस्टर किये गिरफ्तार

गैंगस्टरों को काबू करने में देहात पुलिस की सी.आई.ए. टीम पुरी तरह से सर्तक है। इसी क्रम में एस.एस.पी. मुखविंदर सिंह भुल्लर, एस.पी. डी मनप्रीत सिंह तथा डी.एस.पी (डी) सुरिंद्र पाल तथा सी.आई.ए. इंचार्ज पुष्पवाली के नेतृत्व वाली पुलिस पार्टी को सूचना मिली कि एक गैंगस्टर जोकि जेल से बाहर आया है, अलावलपुर इलाके में छुपा हो सकता है। सी.आई.ए. पुलिस ने स्पेशल टीमे तैयार की। इस दौरान टीमें पुलिस पार्टी के साथ किशनगढ से आदमपुर इलाके में घूम रही थी।

सी.आई.ए. इंचार्ज पुष्पवाली ने बताया कि टीम गांव लेसड़ीवाल मोड़ पर पहुंची तो सामने से एक युवक अपनी पीठ पर बैग पहने खड़ा था। पुलिस को देखकर वह लिंक सड़क की तरफ जाने लगा। ए.एस.आई मनदीप सिंह ने गाड़ी रुकवाकर साथी पुलिस जवानों की मदद से उसे काबू कर लिया। उक्त युवक ने अपनी पहचान प्रदीप शर्मा उर्फ दीपू पुत्र जतिंदर शर्मा निवासी गांव अलावलपुर बताई।

प्रदीप के बैग की तलाशी ली तो उससे 2 पिस्तौल 32 बोर समेत 4 जिंदा रौंद कारतूस बरामद हुए। पुलिस ने आरोपी प्रदीप के खिलाफ अवैध तरीके से असला रखना का केस थाना आदमपुर दर्ज किया। इंचार्ज पुष्पवाली ने बताया कि पूछताछ के दौरान प्रदीप ने बताया कि दुश्मनी दविंद्र बंबीहा गैंग के शूटर पुनीत शर्मा व नरिंदर लल्ली से है जोकि दोनों ही भगौड़े हैं। प्रदीप तथा उसका चचेरा भाई प्रवीन कुमार उर्फ चिद्दी निवासी नीला महल पुलिस कमिश्नरेट जालंधर जोकि कुछ समय पहले ही जेल से बरी होकर बाहर आए थे। उक्त दोनों ने प्रदीप पर हमला करने था। इसी के चलते जबाबी कार्रवाई हेतु वह 5 हथियार उत्तराखंड से खरीद कर लाया था, जिनमें से 2 पिस्तौल प्रदीप ने राकेश कुमार पोपी पुत्र सतीश कुमार निवासी संगत सिंह नगर को दिए थे। थाना 1 की पुलिस ने राकेश के पास से दोनों हथियार बरामद कर लिए हैं। इसके अलावा आरोपी ने 1 पिस्तौल समेत 6 कारतूस गोपाल सिंह उर्फ गोपा निवासी जट्टा मोहल्लां आदमपुर को दिए थे। उसके खिलाफ भी थाना आदमपुर में पहले से केस दर्ज है। इस केस में प्रदीप पुलिस को वांछित था।

अब सी.आई.ए स्टाफ की पुलिस ने प्रदीप को गिरफ्तार कर उससे 2 पिस्तौल बरामद की हैं। इंचार्ज पुष्पवाली ने बताया कि बंबीहा गैग के शूटरों तथा पुनीत तथा नरिंद्र लल्ली में गैंगवार होनी थी, जिसे समय रहते पुलिस ने टाल दिया। आरोपी प्रदीप के खिलाफ विभिन्न थानों में 14 अपराधिक केस दर्ज हैं।इसके साथ कांग्रेसी नेता सुखमीत सिंह डिप्टी तथा सोढल में टिक्कू नामक व्यक्ति की हत्या में भी पुनीत तथा लल्ली पुलिस को वांछित थे। पुनीत तथा लल्ली चिद्दी की हत्या की लगातार कोशिशें कर रहे थे।

देहात पुलिस ने समय रहते अनहोनी घटना होने से रोकी : एस.एस.पी भुल्लर
वहीं एस.एस.पी मुखविंदर सिंह भुल्लर का कहना है कि उन्हें खुशी है कि सी.आई.ए. स्टाफ की पुलिस पुरी सख्ती से गैंगस्टरों पर नकेल कस रही है। गैंगवार होती तो कईयों की जाने भी जा सकती थी। एस.एस.पी भुल्लर ने गैगस्टरों को चेतावनी दी है कि वह गलत काम छोड़ कर दोबारा से आम नागरिक की तरह जीवन व्यतीत करे। क्योंकि गलत काम करने वालों पर आने वाले समय पर भी पुलिस शिकंजा कसने वाली है।