कानपुर में पिछले तीन दिनों से रुकी हुई हवाएं रविवार को फिर से चलने लगीं। इस वजह से दिन और रात के तापमान में गिरावट दर्ज की गई। सीएसए के मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी हवाओं की सक्रियता की वजह से नमी में इजाफा हुआ है।
मौसम विशेषज्ञ डॉ. एसएन पांडेय के अनुसार अगले 24 घंटे में पहाड़ों पर बर्फबारी की संभावना है। यदि ऐसा होता है, तो मैदानी क्षेत्रों में ठंड और बढ़ेगी। फिर भी इस बार दिसंबर में अभी तक का औसत तापमान पिछले वर्ष की अपेक्षा 2.2 डिग्री सेल्सियस अधिक होने की वजह से गेहूं की फसल प्रभावित होने का खतरा बना हुआ है।
अधिकतम तापमान 24.8 और न्यूनतम 11 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। रविवार को दिन में धूप और बादल दोनों होने से बीच-बीच में गरम- सर्द वाला मौसम रहा। शाम पांच बजे से हवा तेज होने से ठंड तेज हो गई। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि सोमवार से न्यूनतम व अधिकतम तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी।
इस तरह से बचा सकते हैं गेंहू की फसल
गेहूं में पहली सिंचाई 20 से 30 दिन में की जाती है। यदि बुआई जल्दी की है, तो 20 दिन में सिंचाई कर दें। यदि लेट बुआई की है, तो सिंचाई 30 दिन में कर सकते हैं। गेहूं में पहली सिंचाई हलकी करनी चाहिए। इसी तरह दूसरी सिंचाई 60 से 70 दिन में करनी चाहिए। इस तरह से चार सिंचाई करनी चाहिए।
तापमान और नीचे जाने की संभावना
सीएसए के मौसम विशेषज्ञ डॉ. पांडेय ने बताया कि दो दिन में तीन डिग्री तक रात का तापमान गिरा है। इसके और नीचे जाने की संभावना बनी हुई है। अब रात में सर्दी और दिन में गर्मी का मौसम बना रहेगा। संभावना है कि अब कुछ दिनों तक इसी तरह का मौसम बना रह सकता है।
CG News | Chhattisgarh News Hindi News Updates from Chattisgarh for India