स्वीडन के साथ भारत ने करीब 269 करोड़ डॉलर का कारोबार किया, इसमें से 96.16 करोड़ डॉलर का निर्यात और 173 करोड़ डॉलर का आयात शामिल है। इसके बाद फिनलैंड के साथ भारत ने 202 करोड़ डॉलर का कारोबार किया।
यूरोप के नॉर्डिक-बाल्टिक देशों के समूह के साथ भारत का कारोबार लगातार बढ़ रहा है। निर्यात में 10.16 फीसदी, जबकि आयात में 9.5 फीसदी की वृद्धि हुई है। भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के मुताबिक, 2022-23 में इन देशों से भारत का आयात 540 करोड़ डॉलर पार हो गया। वहीं, स्वीडन इन देशों के समूह में भारत का सबसे बड़ा कारोबारी साझेदार बन गया है।
स्वीडन के साथ भारत ने करीब 269 करोड़ डॉलर का कारोबार किया, इसमें से 96.16 करोड़ डॉलर का निर्यात और 173 करोड़ डॉलर का आयात शामिल है। इसके बाद फिनलैंड के साथ भारत ने 202 करोड़ डॉलर का कारोबार किया। नॉर्डिक देशों में शामिल डेनमार्क और नॉर्वे के साथ भी भारत के द्विपक्षीय कारोबार में खासी बढ़ोतरी हुई है। 2022-23 में डेनमार्क के साथ भारत का द्विपक्षीय कारोबार 168 करोड़ डॉलर व नॉर्वे के साथ 150 करोड़ डॉलर रहा है। वहीं, इस दौरान आइसलैंड के साथ 1.5 करोड़ डॉलर का द्विपक्षीय कारोबार हुआ है। बाल्टिक देशो में 47.2 करोड़ डॉलर के कारोबार के साथ लिथुआनिया सबसे बड़ा कारोबारी साझेदार बनकर उभरा है। इसमें से भारत ने 35.7 करोड़ डॉलर का निर्यात और 11.4 करोड़ डॉलर का आयात किया है। सीआईआई के मुताबिक 2018-19 की तुलना में 2022-23 में नॉर्डिक-बाल्टिक देशों को भारत के निर्यात में 10.16 फीसदी की वृद्धि हुई है। यह 245 करोड़ डॉलर से बढ़कर इस अवधि में 360 करोड़ डॉलर हो गया है। वहीं, आयात में करीब 9.5 फीसदी की वृद्धि हुई है, जो 384 करोड़ डॉलर से बढ़कर 544 करोड़ डॉलर पहुंच गया है।