काशी में पीएम मोदी के रोड शो की तैयारियों को परखने के लिए आज गृहमंत्री व सीएम की बैठक होगी। इस दौरान पीएम मोदी के नामांकन के लिए प्रस्तावकों व रोड शो के रूट पर मुहर लगेगी।
प्रधानमंत्री के रोड शो की जिम्मेदारी अब खुद गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से संभाल ली है। शनिवार को दोनों लोग शहर में होंगे और जिम्मेदारों के साथ इस पर बैठक कर रुपरेखा तय करेंगे।
नदेसर में गृहमंत्री दो बैठकें लेंगे। इसमें प्रधानमंत्री रोड शो के दौरान किसी से मिलेंगे या नहीं, रोड शो के बाद प्रधानमंत्री का क्या कार्यक्रम रहेगा यह भी चर्चा में शामिल होगा। 14 मई को नामांकन के दौरान क्या-क्या रहेगा, किस महापुरुष की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे, काशी में कहां जाएंगे, बाबा कालभैरव के दर्शन का समय और नामांकन समय तय होगा।
इसके अलावा 14 मई को वह काशी में कहीं और जाएंगे या शहर के प्रबुद्धजनों से उनकी मुलाकात और शहर में कहीं कोई और कार्यक्रम समेत अन्य बिंदुओं पर दो बड़ी बैठकें रहेंगी। रोड शो में जितने भी मंच बनेंगे उसे विभिन्न जाति-धर्म व समुदाय के लोक कलाकारों से सुशोभित किया जाएगा। उनकी वेश-भूषा भी पारंपरिक होगी। गंगा किनारे से गुजर रहे रोड शो के रूट पर हो रहे इवेंट के मंचों से जब गीत, संगीत व नृत्य होगा।
गंगा आरती, ड्रोन शो में होंगे शामिल
बैठक के बाद शाम करीब 6 बजे से दश्वामेध घाट पर होने वाली गंगा आरती में गृहमंत्री और मुख्यमंत्री के शामिल होने की संभावना है। इसके बाद 7:40 बजे से होने वाले भाजपा के ड्रोन शो कार्यक्रम में शामिल होंगे। गृहमंत्री नदेसर स्थित निजी होटल में तो मुख्यमंत्री सर्किट हाउस में ठहरेंगे।
प्रधानमंत्री के रोड शो में शामिल होंगे खिलाड़ी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रोड शो में विभिन्न खेलों के खिलाड़ी भी शामिल होंगे। जिला स्तरीय, मंडल और राज्यस्तरीय स्तर व राष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीत चुके खिलाड़ी भी शामिल होंगे। ऐसे कई खिलाड़ियों के साथ शुक्रवार को लोकसभा समन्वयक अश्वनी त्यागी और मेयर अशोक तिवारी ने बैठक की। उन्हें खेल से जुड़ी योजनाओं की जानकारी दी और बैठक में शामिल हुए खिलाड़ियों को धन्यवाद दिया।
12 मई तक हर घर पहुंच जाए न्योता
प्रधानमंत्री के रोड शो को ऐतिहासिक बनाने के लिए भाजपा ने पूरी ताकत झोंक दी है। राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल ने कहा कि रोड शो में शामिल होने के लिए सभी के पास न्योता हर हाल में 12 मई तक पहुंच जाए। कार्यकर्ता, नेता यह जिम्मेदारी लें, शहर में प्रतिष्ठानों पर खुद जाएं और उनसे मिलें। इसके अलावा शहर से लेकर गांव हमें घर-घर दस्तक देनी है। हर व्यक्ति से संपर्क करना है।