कटनी जिले में 52 स्व-सहायता समूह संचालित हैं। जिसमें करीब 251 महिला सदस्य एक्टिव होकर काम में जुटी हैं, इन तमाम महिलाओं के 279 पशु क्रय का लक्ष्य रखा गया है, जिसकी शुरुआत उमरियापान क्षेत्र की गोशाला से करते हुए 20 भैंसें बेचकर की गई है।
मध्य प्रदेश की कटनी जिला पंचायत ने एक बार फिर स्व-सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए नवाचार किया है। जिसके तहत अलग-अलग राज्यों से विशेष नस्ल की भैंसो को पशुपालन और डेयरी विभाग समेत विटनरी विभाग के माध्यम से मंगवाते हुए उसे क्रय करवाने के लिए पानउमरिया में पशुधन मेला आयोजित किया गया।
जिला पंचायत सीईओ शिशिर गेमावत ने बताया कि अजीविका मिशन अंतर्गत गठित स्व-सहायता समूह की सैकड़ों महिला सदस्यों को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए 1 लाख से अधिक कीमत की अच्छी नस्ल की भैंसें हरियाणा, पंजाब सहित अन्य राज्यों से मंगवाते हुए महिलाओं को बेची जा है। वहीं, शासन द्वारा इस कार्यों को प्रोत्साहित करने के लिए 30 प्रतिशत की सब्सिडी भेंट की जा रही है।
बता दें कि कटनी जिले में 52 स्व-सहायता समूह संचालित हैं। जिसमें करीब 251 महिला सदस्य एक्टिव होकर काम में जुटी हैं, इन तमाम महिलाओं के 279 पशु क्रय का लक्ष्य रखा गया है, जिसकी शुरुआत उमरियापान क्षेत्र की गोशाला से करते हुए 20 भैंसें बेचकर की गई है।
पशु मेला में शामिल हुए बीजेपी जिलाध्यक्ष दीपक टंडन ने कहा कि पीएम मोदी और सीएम मोहन यादव के सपने को साकार करने और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए पशुधन क्रय मेला आयोजित किया गया है। शुरुआती तौर पर 20 मुर्रा नस्ल की भैंस दी गई हैं, ताकि हर दिन 35 से 40 लीटर प्रति भैंस के दूध से अन्य सामग्री बनाकर ज्यादा से ज्यादा लाभ अर्जित कर सकें। साथ ही हमारे द्वारा सांची दुग्ध सहकारी से अनुबंध कराए जाएगा और समूह की महिलाओं को भैंस के लिए आहार, बीज सहित पोषण से जुड़े टिप्स भी दिए जाएंगे।
CG News | Chhattisgarh News Hindi News Updates from Chattisgarh for India