भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने 2019 वनडे वर्ल्ड कप का जिक्र किया है और बताया है कि उन्होंने उस टूर्नामेंट में तीन मैचों में 13 विकेट लिए थे लेकिन फिर भी उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था। शमी ने कहा कि हर टीम अच्छा परफॉर्म करने वाले खिलाड़ी चाहती है लेकिन उनको अच्छा करने के बाद भी बाहर कर दिया गया।
भारतीय टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने साल 2019 में खेले गए वनडे वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में जगह न मिलने पर सवाल खड़े किए हैं। शमी ने कहा है कि उन्होंने सेमीफाइनल से पहले तीन मैचों में तीन विकेट लिए थे लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच में उन्हें फिर भी ड्रॉप कर दिया गया था।
उस समय टीम के कप्तान विराट कोहली और हेड कोच रवि शास्त्री थे। भारत ने सेमीफाइनल में जगह बनाई थी लेकिन न्यूजीलैंड ने उसे हरा दिया था और भारत का वर्ल्ड चैंपियन बनने का सपना तोड़ दिया था। शमी ने इस वर्ल्ड कप में कुल चार मैच खेले थे और 14 विकेट अपने नाम किए थे।
मुझे क्यों बाहर किया गया?
शमी ने शुभांकर मिश्रा के यूट्यूब चैनल पर कहा कि वनडे वर्ल्ड कप-2019 में उन्हें अच्छा खेल दिखान के बाद भी बाहर कर दिया गया था। उन्होंने कहा, “एक सवाल मेरे दिमाग में भी रहता है। हर टीम को वो खिलाड़ी चाहिए जो परफॉर्म कर रहा है। मैंने 3 मैचों में 13 विकेट लिए थे, और क्या लोगे आप। मेरे पास न सवाल है और न ही उसका जवाब। मुझे मौका मिलेगा तभी मैं अपना टैलेंट दिखाऊंगा। मैं अपनी स्किल्स तब दिखऊंगा जब मेरे हाथ में गेंद होगी। आपने मुझे मौका दिया, मैंने तीन मैचों में 13 विकेट ले लिए। फिर न्यूजीलैंड से हारे थे हम।
चांस दो बात खत्म
शमी ने कहा कि वह कभी इस तरह के सवाल टीम में नहीं करते। शमी से पूछा गया कि आप सवाल पूछते हैं तो उन्होंने कहा, “मुझे क्या जरूरत पड़ी है सवाल पूछने की। जिसको जरूरत है मेरी स्किल्स की तो मुझे चांस दो, बात खत्म।”
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