उत्तर-पश्चिम की ओर से चलने वाली हवा ने गति पकड़ ली है, जिससे कोहरे में विस्तार की स्थिति बन रही है। अभी दिल्ली के आसपास स्थिति कोहरा पश्चिमी उत्तर प्रदेश की ओर खिसक गया है। अगले दो-तीन दिनों में इसका दायरा और बढ़ सकता है और पूर्वी उत्तर प्रदेश को भी चपेट में ले सकता है। इस बीच, दिल्ली में दो दिनों से फैले स्मॉग से लोगों को हल्की राहत मिली है।
कोहरे के चलते दिन और रात के तापमान में अंतर कम
मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) ने 20 एवं 23 नवंबर तक पंजाब-हरियाणा के साथ ही उत्तर प्रदेश में घने कोहरे की चेतावनी दी है। बिहार-झारखंड में बादल के साथ कोहरा भी छा सकता है। उत्तर भारत के बड़े क्षेत्र में कोहरे के चलते दिन और रात के तापमान में अंतर कम होगा। धूप कमजोर होगी और ठंड धीरे-धीरे बढ़ेगी। मौसम में व्यापक विस्तार की स्थिति बन रही है।
कुछ क्षेत्रों में बारिश हो सकती है
देश के तीन कोनों पर तीन चक्रवातीय स्थिति विकसित हो रही है। पूर्व में असम, दक्षिण तमिलनाडु और पश्चिम-उत्तर में सेंट्रल पाकिस्तान के ऊपर साइक्लोनिक सर्कुलेशन बन रहा है। बंगाल की खाड़ी के ऊपर 23 नवंबर से निम्न दबाव (लो प्रेशर) भी बन सकता है। इसके असर से देश के आंतरिक हिस्से का मौसम प्रभावित होगा। दोनों तरफ से आने वाली हवा टकराएगी और वातावरण में नमी की मात्रा बढ़ेगी, जिससे कुछ क्षेत्रों में बारिश हो सकती है। इससे घने कोहरे का क्षेत्र व्यापक हो सकता है।
आइएमडी ने पंजाब, हरियाणा से लेकर उत्तर प्रदेश और बिहार-झारखंड तक अगले कुछ दिनों में कोहरा छाने और गहराने की चेतावनी जारी की है। 21 से 23 नवंबर के बीच तीन दिनों तक पंजाब और हरियाणा में बहुत घना कोहरा छाया रह सकता है, क्योंकि हवा के साथ राजस्थान से कोहरे की स्थिति दक्षिण-पूर्व की ओर लगातार खिसक रही है।
उत्तर प्रदेश का एक बड़े हिस्सा कोहरे की चपेट में
अभी यह पश्चिमी उत्तर प्रदेश के एक बड़े हिस्से को चपेट में ले चुका है। एक-दो दिनों में और घना हो सकता है। घनत्व थोड़ा कम रहेगा है, लेकिन प्रसार व्यापक होगा। मौसम विज्ञानियों के अनुसार भारत में कड़ाके की सर्दी की शुरुआत तभी होती है जब पश्चिमी विक्षोभ के कारण पहाड़ों में सघन बर्फबारी होती है। इससे हवा में नमी बढ़ती है। वाष्प संघनित होकर कोहरे को ऊर्जा देता है। इससे तापमान गिरने लगता है। हालांकि कोहरे के दौरान सुबह का तापमान ज्यादा नहीं गिरता है।
दिल्ली में कोहरे और धुंध के कारण उड़ानें देर से पहुंचीं
दिल्ली और आसपास के इलाके में वायु प्रदूषण के कारण फैली धुंध और कोहरा एक साथ होने के कारण मंगलवार को हवाई यातायात प्रभावित हुआ। इंडिगो की मार्निंग दिल्ली उड़ान संख्या 6-ई 2112 निर्धारित समय सुबह 8.25 बजे के बजाय करीब ढाई घंटे विलंब से सुबह 10.55 बजे राजा भोज एयरपोर्ट पर लैंड हुई। एयर इंडिया की दिल्ली उड़ान संख्या एआइ-433 भी 35 मिनट देरी से पहुंची।इंडिगो की रात्रिकालीन मुंबई उड़ान संख्या 6-ई 397 निर्धारित समय से 25 मिनट देरी से रात्रि 9.25 बजे पहुंची। प्रयागराज एवं रायपुर से भोपाल आने वाली उड़ान संख्या 6-ई 7371 निर्धारित समय शाम 6.45 बजे के बजाय एक घंटे की देरी से शाम 7.45 बजे पहुंची। अहमदाबाद इवनिंग उड़ान भी 25 मिनट देर से पहुंची। यात्रियों को परेशान होना पड़ा।
दिल्ली एनसीआर में जानलेवा प्रदूषण
मौसमी परिस्थितियों में हुए बदलाव के कारण दिल्ली-एनसीआर में मंगलवार को स्मॉग की चादर पतली हुई। इस वजह से लोगों को स्मॉग से थोड़ी राहत मिली और दिन में हल्की धूप भी निकली। फिर भी मंगलवार को दिल्ली देश में सबसे अधिक प्रदूषित रही और एयर इंडेक्स 450 से अधिक रहने के कारण हवा की गुणवत्ता खतरनाक श्रेणी में बनी रही। एनसीआर के शहरों में गाजियाबाद, गुरुग्राम व हापुड़ में एयर इंडेक्स 400 से अधिक गंभीर श्रेणी में रहा। मंगलवार को गाजियाबाद देश में दूसरा सबसे अधिक प्रदूषित शहर रहा। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी, CPCB) के अनुसार अभी तीन दिन दिल्ली में हवा की गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में रह सकती है।