Tuesday , December 30 2025

कोहरे और ठंड की चपेट में पूरा उत्तर भारत, सड़क, रेल व हवाई यातायात प्रभावित

उत्तर भारत के ज्यादातर राज्यों में सोमवार को घना कोहरा छाया रहा। इस कारण एनसीआर, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड के मैदानी क्षेत्रों में यातायात व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई। दृश्यता कम होने के कारण सड़कों पर वाहन रेंगते दिखे। रेल व हवाई यातायात पर भी असर पड़ा। बड़ी संख्या में उड़ानें रद हुईं और ट्रेनें घंटों विलंब से गंतव्य पर पहुंचीं। इस कारण यात्री परेशान रहे। अधिकतम तापमान में गिरावट से ठंड भी बढ़ गई है।

अगले दो दिनों तक मौसम इसी तरह का बना रहने की संभावना है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग का पूर्वानुमान था कि सोमवार सुबह मध्यम से घना कोहरा छा सकता है। हालांकि, रविवार रात से ही दिल्ली सहित एनसीआर के अन्य शहरों में घना कोहरा छा गया। इस कारण आइजीआइ हवाई अड्डे पर उड़ानों की रफ्तार पर ब्रेक लग गया।

आइजीआइ एयरपोर्ट पर 128 उड़ानें रद

कोहरे की घनी चादर के कारण रनवे पर दृश्यता गिरकर 50 मीटर से भी नीचे पहुंच गई। आइजीआइ एयरपोर्ट पर लगे उन्नत एआइ तकनीक आधारित कैट-3 लागू होने के बावजूद सुरक्षा कारणों से कुल 128 उड़ानें रद करनी पड़ीं। वहीं, 300 से अधिक उड़ानें आधे घंटे से लेकर चार घंटे तक विलंबित रहीं। दिल्ली आने वाली आठ उड़ानों को जयपुर, अहमदाबाद और लखनऊ जैसे शहरों की ओर डायवर्ट करना पड़ा।

दिल्ली से चलने वाली कई ट्रेनें देरी से रवाना

कोहरे व प्रदूषण के कारण रेल यात्री भी परेशान रहे। 90 से अधिक ट्रेनें दो से लेकर 15 घंटे की देरी से दिल्ली पहुंचीं। दिल्ली से चलने वाली कई ट्रेनें देरी से रवाना हुईं। रात में एक बार फिर दिल्ली कोहरे में लिपट गई। मंगलवार को भी मध्यम से घना कोहरा छाने का अनुमान है। मौसम विभाग ने इसके लिए आरेंज अलर्ट जारी किया है। 31 दिसंबर को भी मध्यम से घना कोहरा छा सकता है।

कोहरे व प्रदूषण के कारण छाया रहा स्मॉग

कोहरे व प्रदूषण के कारण दिन में स्माग छाया रहा। न्यूनतम तापमान में दो डिग्री सेल्सियस की वृद्धि के साथ यह 8.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।

यूपी में कोहरे से कुछ दिनों तक नहीं मिलेगी राहत

उत्तर प्रदेश में ठंड से अभी कुछ दिनों तक राहत नहीं मिलने वाली है। प्रदेश के 20 जिले अगले 24 घंटों तक घने से अत्यधिक घने कोहरे की चपेट में रहेंगे, जबकि 25 जिलों में शीत दिवस होने के आसार हैं। हवा चलने के कारण गलन भी रहेगी।

ईस्टर्न पेरीफेरल पर ट्रक और कैंटर में टक्कर

अधिकतर जिलों में अधिकतम तापमान में कमी आएगी, जबकि न्यूनतम तापमान बढ़ सकता है। घने कोहरे की वजह से ग्रेटर नोएडा में कूड़ी खेड़ा गांव के समीप ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे पर आगे चल रहे ट्रक से कैंटर टकरा गया। हादसे में कैंटर परिचालक की मौत हो गई। हादसे के समय एक्सप्रेसवे पर दृश्यता 50 मीटर से भी कमी थी।

उत्तराखंड में कोहरे का उड़ानों पर असर

उत्तराखंड के मैदानी क्षेत्रों में कोहरे से आम जन जीवन प्रभावित रहा। देहरादून, हरिद्वार, ऊधम सिंह नगर में कोहरे के कारण हवाई, रेल व बस सेवाएं प्रभावित हुईं। कोहरे के चलते ऊधम सिंह नगर के स्कूलों में सोमवार को अवकाश रहा।

देहरादून एयरपोर्ट पर आठ फ्लाइट एक से पांच घंटे के विलंब से पहुंची। ऊधम सिंह नगर के पंतनगर एयरपोर्ट पर दिल्ली से पंतनगर आने वाली इंडिगो की दो उड़ान रद कर दी गईं। रोडवेज बस दिल्ली से ऊधम सिंह नगर आने में तीन से चार घंटे अधिक ले रही हैं। इससे यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है।

घने कोहरे की चपेट में ग्वालियर-चंबल अंचल

मध्य प्रदेश में ग्वालियर-चंबल अंचल पहाड़ी इलाकों से आ रही ठंडी हवाओं और घने कोहरे की चपेट में है। घने कोहरे के कारण शताब्दी, गतिमान, राजधानी और वंदे भारत जैसी ट्रेनें कई घंटों की देरी से ग्वालियर आ सकीं। कोहरा छाने के कारण दृश्यता 200 मीटर से भी कम दर्ज की गई। इसके चलते सड़कों पर वाहन रेंगते हुए नजर आए।

गंभीर श्रेणी में दिल्ली की हवा

राजधानी में प्रदूषण एक बार फिर गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है। छह दिनों तक दिल्ली की हवा खराब से बहुत खराब श्रेणी में रही, लेकिन रविवार रात को वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) 400 के पार यानी गंभीर श्रेणी में पहुंच गया। हवा नहीं चलने के कारण सोमवार को भी यही स्थिति रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार सुबह के समय एक्यूआइ 402 और शाम के समय 401 दर्ज हुआ।

समीर ऐप के अनुसार 40 प्रदूषण निगरानी केंद्रों में से 24 में एक्यूआइ 400 से ऊपर रहा। आनंद विहार में सबसे अधिक 455 एक्यूआइ दर्ज किया गया।

जम्मू स्टेशन पर एक दर्जन ट्रेनें देरी से पहुंचीं

कोहरे के कारण दृश्यता कम होने से सोमवार भी जम्मू रेलवे स्टेशन पर करीब एक दर्जन ट्रेनें निर्धारित समय से देरी से पहुंचीं। जम्मू से लेह के लिए एक उड़ान रद करनी पड़ी, लेकिन यात्रियों की सहूलियत के लिए एक अतिरिक्त उड़ान को लेह भेजा गया, जबकि अन्य कई उड़ानों में देर हुई।