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ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने से अन्य सेक्टरों में भी आयी तेजी-भूपेश

रायपुर, 22 सितम्बर।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि पूरा देश जब मंदी के दौर से गुजर रहा है वहां छत्तीसगढ़ में अन्य सेक्टरों में तेजी आयी है।

श्री बघेल ने आज रायपुर प्रेस क्लब द्वारा आयोजित ‘प्रेस से मिलिए‘ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले 10 माह में राज्य सरकार ने छत्तीसगढ़ महतारी की झोली में कुछ महत्वपूर्ण उपलब्धियों को डालने में सफल रही है जिसकी जरूरत लंबे समय से महसूस की जा रही थी। किसानों की कर्ज माफी, 2500 रूपए क्विंटल में धान खरीदी, तेन्दूपत्ता की पारिश्रमिक दर 2500 से बढ़ाकर 4000 रूपए प्रति मानक बोरा करने सहित अनेक ऐसे निर्णय लिए गए है, जिससे लोगों की क्रय शक्ति बढ़ी है साथ ही समाज के सभी वर्गो को आर्थिक विकास में भागीदार बनाने का मार्ग प्रशस्त हुआ है।

उन्होने कहा कि देश के प्रतिष्ठित संस्थाओं द्वारा जारी आकड़े बताते राज्य में शिक्षित बेरोजगारी दर में कमी और श्रमिक भागीदार में बढ़ोत्तरी हुई है। इसी तरह राज्य सरकार द्वारा छोटे भूखण्डों की खरीदी-बिक्री से रोक हटाने से न केवल खरीदने और बेचने वालों को राहत मिली है बल्कि छोटे और मध्यम परिवारों के लिए घर का सपना साकार हुआ है साथ ही मकानों के बनने से कई लोगों के लिए रोजगार के अवसर सृजित हुए है। आॅटोमोबाइल सेक्टर में जहां राष्ट्रीय स्तर पर गिरावट दर्ज की जा रही है वहीं छत्तीसगढ़ में इसमें वृद्धि हुई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ और पर्यावरण को नया जीवन देने के लिए सुराजी गांव योजना के तहत नरवा, गरवा, घुरवा और बारी के संवर्धन के कार्य किए जा रहे है। आज प्रदेश में कुपोषण एक बड़ी समस्या है इसके निजात के लिए प्रदेश के दूरस्थ और वनांचल क्षेत्रों में सुपोषण अभियान चलाया जा रहा है इस अभियान को महात्मा गांधी की जयंती आगामी 2 अक्टूबर से पूरे प्रदेश में प्रारंभ किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पत्रकारों के लिए राज्य सरकार ने सम्मान निधि को 5 हजार रूपए से बढ़ाकर 10 हजार रूपए कर दिया है। अधिमान्यता को राज्य और जिला से बढ़ाकर अब ब्लाक तक कर दिया गया है। इसके अलावा पत्रकारों के लिए चिकित्सा सुविधा के तहत अधिकत्तम सीमा 50 हजार से बढ़ाकर दो लाख रूपए कर दिया गया है। पत्रकारों की सुरक्षा के लिए कानून बनाने के लिए न्यायाधीश की अध्यक्षता में गठित कमेटी द्वारा इस दिशा में कार्य किया जा रहा है।