गरियाबन्द/महासमुंद 30 दिसम्बर।छत्तीसगढ़ के सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने आज गरियाबंद और महासमुंद जिले में धान खरीदी केन्द्रों का निरीक्षण किया और धान खरीदी व्यवस्था की समीक्षा की।
डॉ. टेकाम ने गरियाबंद जिला मुख्यालय में समीक्षा बैठक में कहा कि धान खरीदी के दौरान कड़ी नजर रखी जाए कि बिचौलिए, कोचिया धान खरीदी केन्द्रों में धान न बेच सके। जिले के अन्य राज्यों से लगे सीमावर्ती क्षेत्रों के खरीदी केन्द्रों पर विशेष सतर्कता बरती जाए। उन्होंने कहा कि उपार्जन केन्द्रों में वहां के किसानों की धान की खरीदी हो।
डॉ.टेकाम ने कहा कि धान खरीदी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उपार्जन केन्द्रों में धान खरीदी व्यवस्था में किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं होनी चाहिए, अधिकारी इसे सुनिश्चित करें। सरकार द्वारा निर्धारित मापदंड के अनुसार ही किसानों के धान की खरीदी की जाए।
कलेक्टर श्री धावड़े ने जिले में खरीफ विपणन वर्ष 2019-20 में धान खरीदी के संबंध में अवगत कराया कि जिले के 38 सहकारी समितियों के 62 उपार्जन केन्द्रों में धान खरीदी सुचारू रूप से संचालित हो रही है। अब तक एक अरब 93 करोड़ 94 लाख 43 हजार 950 रूपये लागत से कुल 10 लाख 64 हजार 385 क्विंटल धान की खरीदी की गई है। कृषकों को एक अरब 47 करोड़ 54 लाख 64 हजार 691 रूपये की राशि का भुगतान किया जा चुका है।
कलेक्टर ने बताया कि अवैध धान परिवहन की रोकथाम के लिए जिले के ओडिसा राज्य की सीमावर्ती क्षेत्र में 13 चेकपोस्ट बनाये गये है, यहां पर 24 घंटे कर्मचारी तैनात किये गये है।
सहकारिता मंत्री डॉ. टेकाम ने गरियाबंद में मौके पर इलेक्ट्रॉनिक कांटा से धान बोरे का वजन तौलाया और यहां स्टेकिंग में रखे गये बोरो की गणना भी करवायी।