इलाहाबाद 16 दिसम्बर।राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आम आदमी की भाषा में न्यायिक कार्य किये जाने पर बल दिया है।
श्री कोविंद ने आज इलाहाबाद उच्च न्यायालय के आवासीय और प्रशिक्षण परिसर न्यायग्राम की आधारशिला रखने के बाद कहा कि गरीब लोगों को न्याय उपलब्ध कराने के लिए न्यायालयों में सुनवाई टालने की आदत से परहेज करना चाहिए।
उन्होने कहा कि समय से सभी को न्याय मिले, न्याय व्यवस्था कम खर्चीली हो, सामान्य आदमी की भाषा, समझ में निर्णय देने की व्यवस्था हो और खासकर महिलाओं तथा कमजोर वर्ग के लोगों को न्याय मिले। ये हम सबकी जिम्मेदारी है। न्याय मिलने में देर होना भी एक तरह का अन्याय है। गरीबों के लिए न्याय प्रक्रिया में होने वाले विलंब का बोझ असहनीय होता है।
राष्ट्रपति ने कहा कि त्वरित और सस्ता न्याय उपलब्ध कराने के लिए समानांतर न्यायिक व्यवस्था उपलब्ध कराने की भी आवश्यकता है।