नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों ने मोर्चा खोल दिया है। कई राजनीतिक दलों ने कार्यक्रम का संयुक्त रूप से बहिष्कार कर दिया है। उन्होंने बिल्डिंग का उद्घाटन पीएम से करवाने पर बीजेपी को घेर लिया है। वह इसे राष्ट्रपति का अपमान बता रहे हैं। एक ओर जहां कांग्रेस सहित कई विपक्षी ने नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों कराने की मांग करते हुए इस समारोह के बहिष्कार का ऐलान किया है।

वहीं उन्होंने उद्घाटन की तारीख पर भी सवाल खड़े किए हैं। उनका कहना है कि इस दिन सावरकर की जयंती है।
विपक्ष ने किया नए संसद भवन के उद्धाटन का बहिष्कार
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी 28 मई को नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे। सभी विपक्षी दलों ने सामूहिक रूप से यह कहते हुए समारोह का बहिष्कार किया है कि इस सरकार के कार्यकाल में संसद से लोकतंत्र की आत्मा को निकाल दिया गया है तथा समारोह से राष्ट्रपति को दूर रखना ‘अशोभनीय कृत्य’ एवं लोकतंत्र पर सीधा हमला है।
उद्घाटन समारोह का बहिष्कार कर रहे ये विपक्षी दल
1) कांग्रेस, 2) तृणमूल कांग्रेस, 3) द्रविड मुन्नेत्र कषगम (डीएमके), 4) जनता दल (यूनाइटेड), 5) आम आदमी पार्टी (AAP), 6) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, 7) शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे), 8) मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम), 9) समाजवादी पार्टी (सपा), 10) राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी), 11) भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई), 12) झारखंड मुक्ति मोर्चा और नेशनल कांफ्रेंस, 13) इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, 14) केरल कांग्रेस (मणि), 15) रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी, 16) विदुथलाई चिरुथिगल काट्ची (वीसीके), 17) मारुमलार्ची द्रविड मुन्नेत्र कषगम (एमडीएमके) और 18) राष्ट्रीय लोकदल ने उद्घाटन समारोह का संयुक्त रूप से बहिष्कार करने की घोषणा की है।
इनके अलावा तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर की पार्टी बीआरएस और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने भी उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने की घोषणा की है। यूपी की पूर्व सीएम मायावती की बसपा ने अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया है।
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