झंडेवालान देवी के भक्तों को इस बात से कुछ निराशा हो सकती है कि इस बार भी वे माता के सामने कोई प्रसाद नहीं चढ़ा सकेंगे। कोविड काल से ही लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए मंदिर में फूल-माला नारियल या अन्य कोई प्रसाद चढ़ाने पर रोक है।
देवी दुर्गा के पूजा पर्व नवरात्रि की शुरुआत से पूरी राजधानी का माहौल आनंदमय हो गया है। दिल्ली के सभी प्रमुख मंदिरों में पूजा-व्रत की तैयारियां की गई हैं। सजावट से लेकर ट्रैफिक व्यवस्था के संचालन के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं। मंदिर तक लोगों के आवागमन को आसान बनाने के लिए झंडेवालान मेट्रो स्टेशन से देवी के मंदिर तक निःशुल्क ई-रिक्शा की व्यवस्था की गई है। भक्तों को मंदिर में प्रवेश के लिए ऑनलाइन टिकट निकालने और घर बैठे माता के दर्शन के लिए ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था भी उपलब्ध कराई गई है।
झंडेवालान देवी के भक्तों को इस बात से कुछ निराशा हो सकती है कि इस बार भी वे माता के सामने कोई प्रसाद नहीं चढ़ा सकेंगे। कोविड काल से ही लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए मंदिर में फूल-माला नारियल या अन्य कोई प्रसाद चढ़ाने पर रोक लगाई गई थी, जिसे अभी भी बरकरार रखा गया है। यह व्यवस्था लोगों को किसी प्रकार के संक्रमण से बचाने, फूल-माला चढ़ाने के बाद उसके कचरे के प्रबंधन में आ रही समस्याओं और मंदिर परिसर के आसपास फूल-माला की दुकानों के कारण पैदा हो रही अव्यवस्था को रोकने के लिए की गई है।
मंदिर प्रशासक रविंद्र कुमार गोयल ने कहा है कि भक्तों को मंदिर तक सुगमता से पहुंचने के लिए झंडेवालान मेट्रो स्टेशन से मंदिर तक निःशुल्क ई-रिक्शा की व्यवस्था की गई है। यह पूरे दिन और पूरे नवरात्रि तक उपलब्ध रहेगी। यह व्यवस्था आने-जाने दोनों मार्गों के लिए उपलब्ध रहेगी। मंदिर प्रशासन को उम्मीद है कि ऐसा करने से मंदिर परिसर के आसपास लगने वाली भारी भीड़ और वाहनों के ट्रैफिक को संभालने में मदद मिलेगी। हालांकि, रानी झांसी मार्ग और फ्लैटेड फैक्ट्री परिसर में वाहनों के लिए निःशुल्क पार्किंग की व्यवस्था की गई है।
सुरक्षा पर जोर
मंदिर परिसर में सुरक्षा को लेकर पूरी सतर्कता बरती जा रही है। सभी मंदिरों में भक्तों को स्कैनर से होकर गुजरना होगा। पूरा मंदिर परिसर सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में होगा जिससे किसी भी प्रकार के खतरे को टाला जा सके। मंदिरों के सेवादार भी लोगों की सुरक्षा में तैनात रहेंगे। दिल्ली पुलिस और मंदिर प्रशासन ने मिलजुलकर सुरक्षा की योजना को अंतिम रूप दिया है।
सभी मंदिरों में व्यवस्था
राजधानी के सभी प्रमुख मंदिरों में माता के दर्शनों के लिए इसी तरह की व्यवस्था की गई है। बिरला मंदिर के मुख्य प्रशासक विनोद कुमार मिश्रा ने कहा कि मंदिर में लगातार पूजा-पाठ का आयोजन किया जा रहा है। सातवें, आठवें और नवें नवरात्रि को विशेष पूजा का आयोजन किया जाएगा। कालकाजी मंदिर में पूरे नवरात्रों में भक्तों के लिए प्रसाद की विशेष व्यवस्था रहेगी। छतरपुर मंदिर में भी भक्तों को माता के दर्शन के लिए व्यवस्था सुचारू बनाने की कोशिश की गई है। यहां लगातार नौ दिन देश के बड़े कलाकार अपना कार्यक्रम भी प्रस्तुत करेंगे।