भाजपा की पुणे ईकाई के अध्यक्ष धीरज घाटे ने कहा है कि ‘प्रधानमंत्री के खिलाफ आपत्तिजनक कंटेंट को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुणे की पहचान शिक्षा के केंद्र के रूप में है और हम उसे जेएनयू नहीं बनने देंगे।’
महाराष्ट्र के पुणे में एक यूनिवर्सिटी में प्रधानमंत्री मोदी का आपत्तिजनक पोस्टर बनाने पर विवाद हो गया और इस विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। भाजपा कार्यकर्ताओं और छात्रों के बीच हुई झड़प में चार छात्र घायल हो गए हैं। दरअसल आपत्तिजनक पोस्टर के विरोध में भाजपा कार्यकर्ताओं ने कैंपस में विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया। इस विरोध प्रदर्शन के दौरान ही चार वामपंथ समर्थक छात्र वहां पहुंच गए। जिसके बाद वहां झड़प हो गई। इस झड़प में चार छात्र घायल हुए हैं।
क्या है मामला
पुणे की सावित्रीबाई फुले पुणे यूनिवर्सिटी में हॉस्टल की दीवार पर पीएम मोदी का आपत्तिजनक पोस्टर बनाने का मामला सामने आया है। गुरुवार को इस पोस्टर का खुलासा हुआ और शुक्रवार को भाजपा ने यूनिवर्सिटी कैंपस में विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया। जब भाजपा कार्यकर्ता पीएम मोदी के पोस्टर के विरोध में धरना प्रदर्शन कर रहे थे, तभी वामपंथ समर्थक चार छात्र मौके पर पहुंच गए और अपने संगठन के झंडे लहराने शुरू कर दिए। इस पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने भारत मां की जय के नारे लगाने शुरू कर दिए। वामपंथी छात्रों ने भी नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद हालात काबू से बाहर हो गए और भाजपा कार्यकर्ताओं ने चारों छात्रों को पीट दिया। पुलिस ने किसी तरह चारों छात्रों को हिरासत में लिया। शाम में छात्रों को छोड़ दिया गया।
भाजपा की पुणे ईकाई के अध्यक्ष धीरज घाटे ने कहा है कि ‘प्रधानमंत्री के खिलाफ आपत्तिजनक कंटेंट को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुणे की पहचान शिक्षा के केंद्र के रूप में है और हम उसे जेएनयू नहीं बनने देंगे।’ उन्होंने आरोप लगाया कि यूनिवर्सिटी कैंपस में कई लोग घूमते रहते हैं, जबकि वह यूनिवर्सिटी के छात्र भी नहीं हैं। वहीं पुलिस ने कहा है कि वह पीएम के आपत्तिजनक पोस्टर मामले की जांच कर रहे हैं।