देश के पहले अर्बन ट्रांसपोर्ट रोपवे की सुविधा काशीवासियों और यहां आने वाले पर्यटकों को नवंबर से मिलनी शुरू हो जाएगी। देव दीपावली के दिन यानी 15 नवंबर से इसकी शुरुआत हो रही है। इससे पहले सितंबर में इसका ट्रायल रन होगा। पहले चरण में कैंट रेलवे स्टेशन से रथयात्रा तक रोपवे शुरू होगा।
नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक प्राइवेट लिमिटेड (एनएचएलएमएल) के अधिकारियों के अनुसार बोलीविया देश के लापाज, मैक्सिको के बाद दुनिया के तीसरे शहर काशी में रोपवे शुरू करने की तैयारी चल रही है। सिटी रोपवे के संचालन से वाराणसी में यातायात की समस्या से निजात मिलेगी।
रोपवे के निर्माण के लिए स्विट्जरलैंड से आए उपकरण इंस्टाॅल किए जा रहे हैं। 807 करोड़ रुपये की लागत से वाराणसी में रोपवे का निर्माण हो रहा है। यह काम स्विट्जरलैंड आधारित कंपनी बर्थोलेट कर रही है।
पीएम नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना को सीएम योगी आदित्यनाथ तेजी से ज़मीन पर उतार रहे हैं। इससे वाराणसी में ट्रैफिक की समस्या से काफी राहत मिलेगी। रोपवे के संचालन के लिए स्टेशन और टावर इंस्टॉल करने का काम तेजी से चल रहा है। जल्द ही रोपवे का ट्रायल रन होगा।
हर डेढ़ से दो मिनट के अंतराल में यात्रियों को ट्राॅली उपलब्ध रहेगी। एक दिशा में एक घंटे में 3000 लोग यात्रा कर सकेंगे यानी दोनों दिशाओं में एक घंटे में छह हजार यात्रियों का आवागमन होगा। गोदौलिया से कैंट रेलवे स्टेशन पहुंचने में लगभग 16 मिनट लगेंगे। 45 से 50 मीटर की अनुमानित ऊंचाई से करीब 150 ट्रॉली चलेंगी। एक ट्रॉली में 10 यात्री सवार हो सकते हैं। रोपवे का संचालन 16 घंटे होगा।
बोले अधिकारी
देव दीपावली पर पूरे विश्व से पर्यटक आते हैं। एनएचएलएमएल की कोशिश है कि देव दीपावली तक रोपवे का संचालन शुरू हो जाए। इसे ध्यान में रखकर तेजी से काम कराया जा रहा है। – प्रकाश गौड़, मुख्य कार्यकारिणी अधिकारी, नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक प्राइवेट लिमिटेड (एनएचएलएमएल)