भारत में बिजली की खपत जिस तेजी से बढ़ रही है, उसे देखते हुए यहां मेगा बिजली ट्रांसफॉर्मर की जरूरत महसूस हो रही है। लेकिन, भारत के पास इस तरह के ट्रांसफॉर्मर बनाने की तकनीक नहीं है। अब अमेरिका ने इस क्षेत्र में मदद करने की पहल की है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के वरिष्ठ सलाहकार (अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण नीति) जान पेडेस्टा ने पिछले दो दिनों के दौरान भारत के बिजली मंत्री मनोहर लाल और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ हुई मुलाकात में इस बारे में विस्तार से विमर्श किया।
अमेरिका इसके लिए आवश्यक प्रौद्योगिकी के साथ ही वित्त सुविधा देने को भी तैयार है। दोनों देशों के बीच हाल के महीनों में पर्यावरण सुरक्षा के संदर्भ में कई स्तरों पर बातचीत शुरू हुई है। दैनिक जागरण ने कुछ सप्ताह पहले यह खबर प्रकाशित की थी कि किस तरह से भारत व अमेरिका मिलकर कम ऊर्जा खपत से चलने वाले एयर-कंडीशनरों के निर्माण पर काम कर रहे हैं। मेगा बिजली ट्रांसफार्मर भी इसी तरह का क्षेत्र है।
दोनों देशों के बीच ग्रिड व ट्रांसमिशन सेक्टर को अत्याधुनिक बनाने पर भी बात हुई है। इससे भारत के मौजूदा ग्रिड ढांचे को अत्याधुनिक बनाना उद्देश्य होगा, जिससे भविष्य की मांग के मुताबिक यह काम कर सके। भारत व अमेरिका बैट्री स्टोरेज में भी विमर्श कर रहे हैं।