उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि केंद्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार अंत्योदय के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय के सपनो को साकार कर रही हैं। पं. दीनदयाल उपाध्याय की जयंती की पूर्व संध्या पर मंगलवार को बाराबंकी के विजय पार्क में उनकी प्रतिमा का अनावरण करने के बाद योगी ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने हर हाथ को काम, हर खेत को पानी का उद्घोष किया था। स्वतंत्र भारत में देश की दिशा क्या होनी चाहिए, इसके बारे में तत्कालीन सत्ता के सामने असमंजस की स्थिति रही होगी लेकिन उस समय भारतीय राजनीति के नए सितारे का उदय हो रहा था, जिन्होंने आजादी के तत्काल बाद पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, फिर भारतीय जनसंघ के माध्यम से राजनीति में प्रवेश करते हुए भारत की सामाजिक, आर्थिक नीति और राजनीतिक व्यवस्था के बारे में जो विचार दिए, उसकी प्रासंगिकता आज न केवल भारत, बल्कि वैश्विक समुदाय के सामने भी देखने को मिल रही है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय ने अंत्योदय की बात करते हुए कहा था कि आर्थिक उन्नति व प्रगति का मानक ऊंचे पायदान पर खड़े व्यक्ति से नहीं, बल्कि समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति से की जानी चाहिए। भाजपा हो या अन्य राजनीतिक दलों के एजेंडे का हिस्सा गांव-गरीब, किसान व महिलाएं बनी हैं और बिना भेदभाव शासन की योजनाओं का लाभ हर तबके तक पहुंच रहा है तो स्वतंत्र भारत में इसके लिए जिस प्रखर प्रवक्ता का नाम आया है, वह पं. दीनदयाल उपाध्याय हैं। उन्होंने कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय ने सात दशक पहले जो सपने देखे थे, उसे साकार करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व की एनडीए सरकार पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। आज देश के अंदर कोरोना जैसी महामारी से निरंतर 80 करोड़ लोगों को फ्री राशन की सुविधा मिल रही है। 12 करोड़ शौचालय का निर्माण किया गया। आयुष्मान कार्ड के तहत पांच लाख रुपये की बीमा की सुविधा मिल रही है। बिना रुके, झुके, डिगे पीएम मोदी के नेतृत्व में विकास की यह यात्रा निरंतर बढ़ रही है।
योगी ने कहा कि बाराबंकी स्टेट कैपिटल रीजन का महत्वपूर्ण जनपद बन चुका है। अब बाराबंकी भी लखनऊ के साथ ही विकास का बराबर भागीदार बनने जा रहा है। रीजन का हिस्सा बनते ही इंफ्रास्ट्रक्चर, पब्लिक ट्रांसपोर्ट की बेहतरीन सुविधा का लाभ बाराबंकी वासियों को प्राप्त होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि बाराबंकी सौभाग्यशाली है कि एक तरफ लखनऊ तो दूसरी तरफ अयोध्या धाम है। विकास यहां हो या वहां, इसके लाभ से बाराबंकी को कोई वंचित नहीं कर सकता। लोधेश्वर नाथ मंदिर महादेवा को नई पहचान देने के लिए धर्मार्थ कार्य व संस्कृति-पर्यटन विभाग लगातार कार्य करने जा रहा है। काशी विश्वनाथ धाम व अयोध्या धाम के तर्ज पर महादेवा का भी बेहतरीन कॉरिडोर बनाने की दिशा में हम अग्रसर हुए हैं।