लिवर की समस्या से परेशान पश्चिमी दिल्ली के मरीजों को अब नई दिल्ली नहीं जाना पड़ेगा। ऐसे मरीजों की जांच के लिए जनकपुरी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में एंडोस्कोपी की सुविधा शुरू हो गई है। जून माह में अस्पताल से विभाग के डॉक्टर के जाने के बाद यह सुविधा बंद हो गई थी। ऐसे में इलाज के लिए मरीजों को जीबी पंत सहित दूसरे अस्पतालों का चक्कर लगाना पड़ रहा था।
विशेषज्ञों का कहना है कि एंडोस्कोपी से लिवर की समस्याओं का पता लगाया जाता है। इसमें एक पतली ट्यूब को जठरांत्र (जीआई) मार्ग से शरीर में डाला जाता है। इस ट्यूब के अंत में कैमरा होता है। इसे एक विशेषज्ञ ही चला सकते हैं। इसकी मदद से पाचन तंत्र को प्रभावित करने वाली समस्याओं का पता लगाया जाता है।
साथ ही एंडोस्कोपी से ट्यूमर, रुकावट, सूजन, सीलिएक रोग, रक्तस्राव, अल्सर, और घावों का पता लगाया जा सकता है। डॉक्टरों का कहना है कि पश्चिमी दिल्ली में दिल्ली सरकार के कई अस्पताल हैं, लेकिन लिवर की जांच के लिए एंडोस्कोपी की सुविधा केवल जनकपुरी सुपर स्पेशियलिटी में ही थी। यह एक सुरक्षित प्रक्रिया है और इसमें जोखिम बहुत कम होता है।
डॉक्टरों का कहना है कि अस्पताल में लिवर की समस्या से पीड़ित मरीजों के लिए गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग हैं। इसमें पश्चिमी दिल्ली के कई अस्पतालों से मरीज रेफर होकर आते हैं। इनकी संख्या रोजाना 50 से अधिक रहती है। इनमें से करीब 10 से 12 मरीजों की एंडोस्कोपी करनी पड़ती है।
बचाई मरीज की जान
डॉक्टर ने बताया कि सुविधा शुरू होने के बाद ऐसे मरीज की जांच हुई जिसमें रक्तस्राव की समस्या मिली। एंडोस्कोपी के दौरान समस्या पकड़ में आने पर मरीज की जान बचाने के लिए तुरंत बैंड लिगेशन करना पड़ा। ऐसा करने पर रक्तस्राव को रोका जा सका। उन्होंने कहा कि ऐसे मरीजों को तुरंत उपचार देना जरूरी है। समय पर उपचार न देने से मरीज की मौत तक हो सकती है।
मिलेगी मुफ्त सुविधा
गरीबी रेखा के नीचे के परिवारों को यह सुविधा अस्पताल में मुफ्त मिलेगी। डॉक्टरों की माने तो पश्चिमी दिल्ली के किसी अस्पताल में सुविधा न होने पर मरीजों को काफी परेशान होना पड़ता था।
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