सोने की कीमतों में सात दिन के बाद गिरावट आई है। वैश्विक बाजारों में मंदी और स्टॉकिस्टों की बिकवाली के बाद राष्ट्रीय राजधानी में सोने की कीमत 200 रुपये घटकर 88,300 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गई। 24 कैरेट गोल्ड भी 200 रुपये घटकर 87,900 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया, जबकि पिछले कारोबारी दिन यह 88,100 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। चांदी की कीमत भी 900 रुपये घटकर 96,600 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई।
अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, 25 कैरेट गोल्ड सोमवार को 2,430 रुपये बढ़कर 88,500 रुपये प्रति 10 ग्राम के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था। पिछले सात कारोबारी सत्रों में सोना 5,660 रुपये या 6.8 फीसदी चढ़ा था। वहीं, इस साल पीली धातु 8,910 रुपये या 11.22 फीसदी बढ़ी है।
सोने की कीमतों पर एक्सपर्ट की राय
एलकेपी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट रिसर्च एनालिस्ट – कमोडिटी एंड करेंसी, जतिन त्रिवेदी ने कहा, “शुरुआती कारोबार में एमसीएक्स में सोने में उछाल आया, क्योंकि टैरिफ संबंधी चिंताओं ने घबराहट में खरीदारी को बढ़ावा दिया। साथ ही केंद्रीय बैंकों ने सोना खरीदना जारी रखा। हालांकि, मजबूत रुपये ने एमसीएक्स में बढ़त को सीमित कर दिया, जिससे शाम के सत्र से पहले यह 85,450 रुपये पर पहुंच गया, जो लगातार अस्थिरता को दर्शाता है।”
त्रिवेदी ने कहा कि आगामी अमेरिकी उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) डेटा और फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल का ब्याज दर पर नजरिया सोने के व्यापारियों के लिए महत्वपूर्ण घटनाएं होंगी। क्योंकि डॉलर इंडेक्स 108 अमेरिकी डॉलर के आसपास बना हुआ है।
वैश्विक अनिश्चितता का सोने पर असर
वैश्विक स्तर पर, अप्रैल डिलीवरी के लिए कॉमेक्स सोना वायदा 2,933.10 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस पर कम होकर कारोबार कर रहा था। इंट्राडे सत्र में यह 34 डॉलर प्रति औंस या 1.16 प्रतिशत बढ़कर 2,968.39 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (कमोडिटीज) सौमिल गांधी ने कहा, “कुछ मुनाफावसूली के बावजूद, वैश्विक व्यापार युद्ध और आर्थिक अनिश्चितता की चिंताओं के कारण सोने की कीमतें अभी भी 2,900 डॉलर के स्तर से ऊपर बनी हुई हैं।” विदेशी बाजारों में कॉमेक्स चांदी वायदा भी लगभग 1 प्रतिशत गिरकर 32.17 डॉलर प्रति औंस पर आ गया।