रोहित शर्मा की कप्तानी वाली भारतीय क्रिकेट टीम चैंपियंस ट्रॉफी-2025 में हिस्सा लेने के लिए दुबई पहुंच गई है। टीम इंडिया शनिवार को दुबई के लिए रवाना हुई थी। भारत की कोशिश 12 साल बाद इस ट्रॉफी को जीतने की होगी। आखिरी बार टीम इंडिया ने 2013 में ये ट्रॉफी जीती थी। इस टूर्नामेंट में टीम इंडिया फाइनल में पहुंचने से पहले ही बड़ा इतिहास रच सकती है।
रोहित की कप्तानी वाली टीम इंडिया वो कारनामा कर सकती है जो अभी तक किसी भी टीम ने चैंपियंस ट्रॉफी में नहीं किया। इसके लिए भारत को सिर्फ दो मैच जीतने हैं। भारत को अपना पहला मैच 20 फरवरी को बांग्लादेश के खिलाफ खेलना है। वहीं दूसरा मैच 23 फरवरी को चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ। इसके बाद दो मार्च को टीम इंडिया न्यूजीलैंड से भिड़ेगी।
सिर्फ दो जीत
टीम इंडिया अगर चैंपियंस ट्रॉफी में दो मैच जीत लेती है तो फिर इतिहास रच देगी। अभी तक भारत ने चैंपियंस ट्ऱॉफी में कुल 18 मैच जीते हैं। अगर वह दो मैच और जीत जाती है तो चैंपियंस ट्रॉफी में इतने मैच जीतने वाली पहली टीम बन जाएगी। हालांकि, इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा मैच जीतने के मामले में भारत अभी भी पहले ही नंबर पर है। दूसरे नंबर पर संयुक्त रूप से इंग्लैंड और श्रीलंका हैं। श्रीलंका इस टूर्नामेंट में इस बार है नहीं।
इंग्लैंड की टीम जरूर ये टूर्नामेंट खेल रही है। इंग्लैंड अगर अपने सभी मैच जीतते हुए फाइनल में पहुंचती है तो भारत के रिकॉर्ड की बराबरी कर लेगी और अगर फाइनल जीतती है तो भारत का रिकॉर्ड तोड़ भी देगी, लेकिन ये तब होगा जब भारत एक भी मैच न जीते और इंग्लैंड अपने सभी मैच जीत जाए। वहीं अगर भारत दो मैच जीत जाता है और इंग्लैंड अपने सभी मैच जीत जाएगा तो भी वह भारत के 20 जीत के रिकॉर्ड की बराबरी नहीं कर पाएगा।
टीम इंडिया की नजरें बदले पर
भारत ने महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में साल 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता था। इसके बाद विराट कोहली की कप्तानी में साल 2017 में हुए संस्करण में फाइनल तक में पहुंची थी जहां पाकिस्तान के हाथों उसे हार मिली थी। भारत को ये हार अभी भी चुभती है। रोहित की कप्तानी में भारत की कोशिश उसी हार की कमी पूरी करने की है। टीम इंडिया खिताब की प्रबल दावेदार भी मानी जा रही है।