मायानगरी मुंबई में अधिकतर लोग बॉलीवुड इंडस्ट्री में काम करने का सपना लेकर आते हैं। कोई एक्टर बनना चाहता है, तो कोई एक सफल फिल्ममेकर। हिंदी सिनेमा में किसी को सफलता मिलती है, तो कोई साल-साल भर बाद भी यहां वह मुकाम नहीं बना पाता। 60 से 90 के दशक और 2000 तक कई ऐसे टैलेंटेड लोग आए, जिन्होंने बॉलीवुड में सफलता की एक नई कहानी लिखी।
हालांकि, जैसे-जैसे समय बीतता गया बॉलीवुड इंडस्ट्री भी आरोपों से घिरता गया। कंगना रनौत ने जहां करण जौहर को मूवी माफिया बताते हुए उन पर नेपोटिज्म को प्रमोट करने का इल्जाम लगाया तो वहीं एक राउंड टेबल पर ‘गली ब्वॉय’ एक्टर सिद्धांत चतुर्वेदी ने अनन्या पांडे के स्ट्रगल वाले बयान पर चुटकी ली थी। इन सबके बाद अब हाल ही में ‘ब्लैक फ्राइडे’ और ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ जैसी कई सुपरहिट फिल्में देने वाले मशहूर डायरेक्टर ने भी बॉलीवुड को टॉक्सिक बताया है। उन्होंने ये भी बताया कि अब वह हमेशा के लिए मुंबई छोड़ रहे हैं और दूसरे शहर में शिफ्ट हो रहे हैं। क्यों डायरेक्टर के मन में बॉलीवुड इंडस्ट्री के खिलाफ आखिर अचानक इतना गुस्सा भर गया, नीचे पूरी डिटेल्स पढ़ें:
इस मशहूर डायरेक्टर ने कहा दूर रहना चाहता हूं
बॉलीवुड को टॉक्सिक बताकर और हिंदी फिल्मों से नाता तोड़ने वाले डायरेक्टर कोई और नहीं, बल्कि अनुराग कश्यप हैं, जो अक्सर अपनी फिल्मों के साथ-साथ बयानों की वजह से भी खूब चर्चा बटोरते हैं।
हाल ही में उन्होंने द हिंदू से खास बातचीत करते हुए अपना मुंबई छोड़ने के फैसले को कन्फर्म किया है और साथ ही बताया है कि अब वह किस शहर में जा रहे हैं और क्या काम करेंगे। अनुराग कश्यप ने अपने दिल की भड़ास निकालते हुए कहा,
“मैं फिल्म के लोगों से दूर रहना चाहता हूं। ये इंडस्ट्री बहुत ही टॉक्सिक हो चुकी है। हर कोई एक अनरियलिस्टिक टारगेट के पीछे भाग रहा है। बस हर किसी का अब यही मोटिव रह गया है कि उसकी अगली फिल्म 500 करोड़ या 800 करोड़ कमाए। क्रिएटिविटी का जो दौर था, अब वह खत्म हो चुका है”।
बॉलीवुड छोड़कर अब इस शहर में शिफ्ट होने का बनाया प्लान
रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया कि अनुराग कश्यप मुंबई छोड़कर अब बेंगलुरु में शिफ्ट होने का मन बना रहे हैं। इससे पहले द हॉलीवुड रिपोर्टर इंडिया को दिए गए इंटरव्यू में अनुराग कश्यप ने बॉलीवुड पर भड़ास निकालते हुए कहा था कि,
“मुझे साउथ फिल्ममेकर्स से जलन होती है, क्योंकि अब मेरे लिए बाहर जाकर एक्सपेरिमेंट करना काफी मुश्किल है। यहां पर (बॉलीवुड) अब हर चीज की लागत निकाली जाती है, मेरे निर्माता सोचते हैं कि वह प्रॉफिट कैसे बनाएंगे। उनका ऐसा होता है कि मेरा मार्जिन कहां हैं? मेरा पैसा डूब रहा है। मैं कहता हूं कि अगर आप ये फिल्म नहीं बनाना चाहते तो मत बनाइए। फिल्म बनने से पहले ही इस चीज के बारे में सोचा जाता है कि इसे बेचे कैसे, जो फिल्ममेकिंग के पूरे आनंद को खत्म कर देता है। यही वजह है कि मैं यहां से बाहर निकलना चाहता हूं”।
हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के काम के तौर-तरीकों से नाराज अनुराग कश्यप ने बातचीत में ये भी बताया था कि वह क्रिएटिव वर्क के लिए साउथ इंडिया शिफ्ट होना चाहते हैं और वहां के मेकर्स के साथ काम करने की उनकी इच्छा है। आपको बता दें कि अनुराग कश्यप अब धीरे-धीरे साउथ इंडस्ट्री में अपने कदा मजबूत कर रहे हैं। वह विजय सेतुपति के साथ फिल्म ‘महाराज’ में नजर आ चुके हैं। इसके अलावा वह जल्द ही हिंदी और तेलुगु फिल्म
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