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वक्फ संशोधन विधेयक, 2025 पर राज्यसभा में चर्चा जारी

नई दिल्ली 03 अप्रैल।वक्फ संशोधन विधेयक, 2025 पर राज्यसभा में चर्चा जारी है। लोकसभा ने कल रात विधेयक पारित किया था।

 विधेयक का उद्देश्य वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन को सुव्यवस्थित करना है। इसमें विरासत स्थलों की सुरक्षा और सामाजिक कल्याण को बढ़ावा देने के प्रावधान हैं। इससे संपत्ति प्रबंधन में पारदर्शिता बढ़ाकर, वक्फ बोर्ड और स्थानीय अधिकारियों के बीच समन्वय स्‍थापित हो सकेगा। विधेयक में मुस्लिम महिलाओं, विशेष रूप से विधवाओं और तलाकशुदा महिलाओं की आर्थिक और सामाजिक स्थिति में सुधार करने का भी प्रयास किया गया है।

 अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि हितधारकों के साथ-साथ संयुक्त संसदीय समिति के साथ विस्तृत परामर्श के बाद विधेयक लाया गया है। उन्होंने विपक्षी दलों से इस विधेयक का समर्थन करने का आग्रह किया। विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि वक्फ का लाभ केवल मुस्लिम को ही मिल सकता है और कोई गैर मुस्लिम वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में हस्तक्षेप नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड को समावेशी बनाने के लिए इसमें मुसलमानों के सभी संप्रदायों और महिलाओं का प्रतिनिधित्व होगा।

    केन्‍द्रीय मंत्री और नेता सदन जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि विधेयक राष्‍ट्र हित में है।उन्होने कहा कि..हम यहां डिक्‍सकशन का हमारा ऑब्जेक्टिव क्या है क्या ऑब्जेक्टिव पार्टी का इंटरेस्ट है या ऑब्जेक्टिव नेशन का इंटरेस्ट है। हमको दोनों के बीच में तय करना है। मैं अपने सरकार के बारे में मोदी जी के नेतृत्व में डंके की चोट पर कह सकता हूं कि यह बिल नेशन के इंटरेस्ट में है और उसके लिए लेकर हम आए हैं। यह किसी पार्टी के इंटरेस्ट में नहीं है, यह किसी वोट बैंक को सैटिसफाई करने के इंटरेस्‍ट में नहीं है। यह देश के इंटरेस्ट में है..।  

    कांग्रेस के सैयद नसीर हुसैन ने कहा कि यह विधेयक भ्रामक है और इसे सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के इरादे से लाया गया है। द्रविड मुनेत्र कझगम के तिरुचि शिवा ने कहा कि विधेयक में एक विशेष समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है। राष्‍ट्रीय जनता दल के मनोज झा ने विधेयक पर सवाल उठाए।उन्होने कहा कि..देश का माहौल कैसा है इस पर एक नजर डाला जाए। गाहे-बगाहे इकोनामिक बॉयकॉट की बात होती है। प्‍लेसेस ऑफ वर्शिप एक्‍ट पर सवाल उठता है। सर, इस तरह के माहौल में आपके बिल का कंटेंट और आपके बिल का इंटेंट दोनों सवालिया निशान खड़े करता है..।