डोनाल्ड ट्रंप ने जब से सियासत में कदम रखा, अगर वो किसी बड़े नेता के गुड़गान गाते दिखे तो वो थे व्लादिमीर पुतिन। जी हां, रूस के राष्ट्रपति पुतिन को ट्रंप कई बार “स्ट्रांग लीडर” की संज्ञा दे चुके हैं। ट्रंप को अक्सर पुतिन की सराहना करते देखा गया है।
मगर अपने दूसरे कार्यकाल में ट्रंप के तेवर अब बदले-बदले से नजर आ रहे हैं। सोमवार को उन्होंने यूरोप के रास्ते यूक्रेन को हथियार भेजने का एलान किया। साथ ही उन्होंने रूस को टैरिफ की धमकी देना भी शुरू कर दिया। आखिर ट्रंप के इस यू-टर्न की क्या वजह है?
वादा पूरा न करने का मलाल
दरअसल राष्ट्रपति बनने से पहले ट्रंप ने अमेरिकी जनता समेत पूरी दुनिया से कई वादे किए थे, जिनमें से एक वादा रूस-यूक्रेन युद्ध रुकवाने का भी था। ट्रंप ने दावा किया था कि अगर वो सत्ता में आ गए तो यह युद्ध एक दिन में रुकवा देंगे। मगर, व्हाइट हाउस में वापसी के कई महीनों बाद भी ट्रंप ऐसा करने में नाकाम रहे हैं।
पुतिन से की थी फोन पर बात
ट्रंप ने पुतिन से फोन पर बात की, लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लगी। इस बातचीत का जिक्र करते हुए ट्रंप ने कहा-
मैं घर गया और मैंने फर्स्ट लेडी (पत्नी मेलानिया) को बताया कि आज मैंने व्लादिमीर पुतिन से बात की और हमारे बीच कमाल की वार्ता हुआ। उन्होंने मुझसे कहा, क्या सच में? अभी कुछ देर पहले ही एक शहर (यूक्रेन) पर फिर से हमला हुआ है।
पुतिन पर भड़के ट्रंप
पुतिन पर बात करते हुए ट्रंप कहते हैं, “मैं यह नहीं करना चाहता कि वो हत्यारे हैं, लेकिन वो बहुत कठोर शख्स हैं। यह पिछले कुछ सालों में साबित हो गया है। उन्होंने कई लोगों को बेवकूफ बनाया है।”
रूस को दी टैरिफ की धमकी
ट्रंप ने साफ शब्दों में कहा कि वो बेवकूफ नहीं बनेंगे। रूस का यूक्रेन पर हमला पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन के कार्यकाल की गलती थी। यूक्रेन को अमेरिकी हथियार भिजवाने के अलावा ट्रंप ने रूस को 50 दिन का समय दिया है। ट्रंप का कहना है कि अगर रूस ने युद्ध नहीं रोका तो उससे सामान खरीदने वाले देशों पर वो 100 प्रतिशत का टैरिफ लगा देंगे।
CG News | Chhattisgarh News Hindi News Updates from Chattisgarh for India