भारतीय टीम को सोमवार को इंग्लैंड के हाथों तीसरे टेस्ट में 22 रन की शिकस्त मिली। यह हार दिल तोड़ देने वाली रही क्योंकि टीम इंडिया ने जमकर फाइट की और मुकाबला रोमांचक बनाया।
भारत की तरफ से रवींद्र जडेजा, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज ने कड़ा संघर्ष किया, लेकिन वो टीम को जीत दिलाने में नाकाम रहे। बता दें कि 193 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम ने लंच तक 112 रन पर आठ विकेट गंवा दिए थे।
मेहमान टीम ने फिर अगले सत्र में केवल एक विकेट गंवाया। जसप्रीत बुमराह ने केवल 5 रन बनाए, लेकिन 54 गेंदों का सामना किया और जडेजा का अच्छी तरह साथ निभाया। स्टोक्स ने बुमराह की पारी पर विराम लगाया। फिर सिराज क्रीज पर आए और शरीर पर गेंदों की मार झेली, लेकिन डटे रहे। उन्होंने जडेजा का साथ निभाते हुए भारत की उम्मीदें जीवित रखी।
भाग्य का नहीं मिला साथ
हालांकि, किस्मत को कुछ और ही मंजूर था और 75वें ओवर में शोएब बशीर की गेंद पर मोहम्मद सिराज बोल्ड हो गए। यह विकेट अजब था। सिराज ने गेंद पर डिफेंस किया, लेकिन गेंद पिच पर लगने के बाद पीछे गई और स्टंप्स पर जा लगी। सिराज जिस तरह आउट हुए, उसने 1999 चेन्नई टेस्ट की यादें ताजा कर दी।
भारत को पाकिस्तान के हाथों 1999 चेन्नई टेस्ट में 13 रन की शिकस्त मिली थी। यह भारतीय क्रिकेट इतिहास की दिल तोड़ देने वाली हार में से एक रही। जहां यह मुकाबला सचिन तेंदुलकर की साहसिक शतकीय पारी के लिए याद रखा जाता है, वहीं आखिरी विकेट भी कुछ सिराज के अंदाज में गिरा था।
26 साल पुराना किस्सा
तब श्रीनाथ को सकलैन मुश्ताक ने आउट किया था। मुश्ताक ने दूसरा गेंद डाली, जिस पर श्रीनाथ ने बैकफुट डिफेंस किया। गेंद पिच पर टप्पा खाकर श्रीनाथ के पैरों के बीच से निकलकर स्टंप्स पर जा लगी थी। सिराज भी कुछ इसी तरह आउट हुए। फैंस को सिराज के आउट होने के बाद चेन्नई टेस्ट में जवागल श्रीनाथ के विकेट की याद आई।
भारत सीरीज में पिछड़ा
बता दें कि मोहम्मद सिराज ने 30 गेंदों का सामना करके 5 रन बनाए। भारतीय टीम 170 रन पर ऑलआउट हुई और 22 रन से मुकाबला गंवाया। इससे पहले दोनों टीमें पहली पारी में 387 रन पर ऑलआउट हुई थीं। भारतीय टीम इस हार के साथ पांच मैचों की सीरीज में 1-2 से पिछड़ी। दोनों टीमों के बीच चौथा टेस्ट 23 जुलाई से मैनचेस्टर में खेला जाएगा।