डोनल्ड ट्रंप के कट्टर समर्थक माने जाने वाले चार्ली कर्क की हत्या के बाद से ही अमेरिका में उथर-पुथल शुरू हो गया है। वामपंथी बनाम दक्षिणपंथी की लड़ाई एक बार फिर तूल पकड़ने लगी है। इसी कड़ी में ट्रंप ने कुछ दिन पहले लेफ्ट विंग संगठन एंटीफा को आतंकी संगठन घोषित किया था। वहीं, अब ट्रंप ने अपनी इस घोषणा को औपचारिक रूप दे दिया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने एंटीफा को आतंकी संगठन घोषित करने वाले कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर कर दिया है। व्हाइट हाउस के अनुसार, एंटीफा अब एक स्थानीय आतंकवादी संगठन है।
ट्रंप ने आदेश में क्या कहा?
ट्रंप ने सोमवार को इस आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं। आदेश में दावा किया गया है कि एंटीफा ने हिंसा और आतंकवाद की मदद से अमेरिकी सरकार को उखाड़ फेंकने की कोशिश की थी।
ट्रंप ने शेयर की थी पोस्ट
ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ पर पोस्ट शेयर करते हुए एंटीफा को आतंकी संगठन घोषित किया था। ट्रंप का कहना था, “मैं अपने देशभक्तों को बताना चाहता हूं कि एंटीफा खतरनाक और वामपंथी आपदा है। मैं उसे आतंकी संगठन घोषित करता हूं।”
ट्रंप ने एंटीफा के फंड की सख्ति से जांच करने का भी आदेश दिया है। ट्रंप ने चार्ली कर्क की हत्या के बाद ही यह फैसला लिया है। हालांकि,2020 में अपने पहले कार्यकाल में भी ट्रंप ने एंटीफा को आतंकी संगठन घोषित करने की धमकी दी थी, लेकिन अब उन्होंने इसे मूर्त रूप दे दिया है।
क्या है एंटीफा?
बता दें कि एंटीफा का पूरा नाम ‘एंटी-फासिस्ट’ है। सेंटर फॉर स्ट्रैटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज (सीएसआईएस) के अनुसार, एंटीफा वामपंथी विचारधारा पर आधारित संगठन है, जो फासीवादी और दक्षिपंथियों का विरोध करता है। 1917 में रूसी क्रांति का लाल झंडा और काला झंडा इस संगठन की पहचान है।
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