पिछले साल के आखिर में अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव हुए, जिसमें डोनल्ड ट्रंप को दोबारा सत्ता संभालने का मौका मिला। नए साल की शुरुआत अमेरिकी राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह से हुई। 20 जनवरी 2025 को ट्रंप ने अमेरिकी राष्ट्रपति पद की शपथ ली और अवैध अप्रवासियों को खदेड़ने का एलान कर दिया।
हजारों की संख्या में अप्रवासियों को बेहद अमानवीय तरीके से अमेरिका से बाहर निकाला जा रहा है। उनके हाथ-पैर बांधकर अमेरिकी विमानों में भरकर उन्हें उनके देश पहुंचाया जा रहा है। इसी कड़ी में अब तक अमेरिका 2400 से ज्यादा भारतीयों को भी देश से निकाल चुका है।
विदेश मंत्रालय ने क्या कहा?
विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को यह आंकड़े साझा किए हैं, जिसके अनुसार अमेरिका ने अब तक ढाई हजार के आसपास भारतीयों को बाहर का रास्ता दिखाया है। इस लिस्ट में 73 साल की बुजुर्ग पंजाबी महिला हरजीत कौर का नाम भी शामिल हैं, जो पिछले 30 साल से अमेरिका में रह रहीं थीं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल के अनुसार,
20 जनवरी 2025 के बाद से अमेरिकी प्रशासन ने हरदजीत कौर समेत 2,417 भारतीयों को वापस अपने देश भेजा है।
विदेश मंत्रालय का कहना है, “जब भी कोई भारतीय बिना दस्तावेज के विदेश में जाकर रहता है, तो उसकी नागरिकता की जांच होती है और फिर भारत उन्हें स्वीकार करता है। हम प्रवासियों के लिए कानूनी प्रक्रिया अपनाते हैं। भारत अवैध प्रवासन के खिलाफ भी डटकर खड़ा है।”
कौन हैं हरजीत कौर?
बता दें कि पति की मौत के बाद हरजीत कौर पिछले 30 सालों से अपने बेटे के साथ अमेरिका में रह रही हैं। वो कैलिफोर्निया में काम करती हैं और कई बार अमेरिका से शरण मांग चुकी हैं। हालांकि, हर बार उनका आवेदन रद कर दिया गया।
अमेरिकी पुलिस ने उन्हें 8 सितंबर को गिरफ्तार कर लिया, जिसके खिलाफ अमेरिका की सड़कों पर भारी भीड़ उतर आई और उन्हें छोड़ने की मांग उठने लगी। मगर, अमेरिकी प्रशासन ने अब उन्हें भारत वापस भेज दिया है।