छत्तीसगढ़ में इस समय मौसम का रुख बदल गया है। बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव क्षेत्र के असर से शुक्रवार को बिलासपुर समेत कई हिस्सों में रुक-रुककर बारिश होती रही। शहर में दिनभर बादल छाए रहे और झड़ी जैसी स्थिति बनी रही। सरगुजा और बिलासपुर संभाग में रात के समय तेज बरसात दर्ज की गई। मौसम विभाग का कहना है कि शनिवार को भी इसी तरह का मौसम बने रहने की संभावना है, हालांकि 5 अक्टूबर से बारिश की गतिविधियां धीरे-धीरे थमने लगेंगी।
मौसम विभाग के मुताबिक, शुक्रवार रात से लेकर शनिवार को प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। उत्तरी छत्तीसगढ़ में कुछ जगहों पर भारी वर्षा और गरज-चमक के साथ वज्रपात की संभावना बनी हुई है। विशेषज्ञों के अनुसार, फिलहाल ओडिशा के आंतरिक हिस्सों में एक अवदाब सक्रिय है। यह सिस्टम करीब 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर-उत्तर पश्चिम दिशा की ओर बढ़ रहा है। अगले 24 घंटों में इसके कमजोर पड़ने और निम्न दबाव क्षेत्र में बदल जाने की आशंका जताई गई है। वहीं, इसके साथ जुड़ी एक द्रोणिका ओडिशा से होते हुए छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश तक फैली हुई है।
शुक्रवार को सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे और बीच-बीच में हल्की बूंदाबांदी से शहर में ठंडक घुल गई। दिन का तापमान सामान्य से 3-4 डिग्री कम होकर करीब 27 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हालांकि रात का पारा 24 डिग्री सेल्सियस पर रहा, जिससे हल्की उमस का एहसास बना रहा।