भारत और पाकिस्तान की टीमें जब भी क्रिकेट के मैदान पर आमने-सामने रहती है तो कोई-न-कोई विवाद जरूर सामने आता है। रविवार (5 अक्टूबर) को जब कोलंबो के आर प्रेमदासा स्टेडियम में भारत-पाकिस्तान महिला टीम के बीच विश्व कप मैच खेला गया, तो इसमें पाकिस्तानी बैटर मुनीबा अली के आउट पर बवाल खड़ा हुआ।
दीप्ति शर्मा के थ्रो पर मुनीबा को रन आउट करार दिया गया, जबकि ऐसा लग रहा था कि गेंद स्टंप्स पर लगने से पहले ही उन्होंने अपना बैट क्रीज के अंदर रख लिया था।
मुनीबा अली के रन आउट पर विवाद
दरअसल, मुनीबा अली पारी के चौथे ओवर की आखिरी गेंद पर रन आउट हुईं। क्रांति की गेंद मुनीबा के पैड पर लगी और भारत ने जोरों से अपील की, लेकिन अंपायर ने आउट नहीं दिया।
भारत ने उस फैसले पर रिव्यू नहीं लिया, जबकि रिप्ले में बाद में दिखा कि तीनों रेड थे यानी गेंद स्टंप पर लगती, लेकिन इसके तुरंत बाद मुनीबा लापरवाही में क्रीज से बाहर निकल गईं और दीप्ति ने फुर्ती दिखाते हुए गेंद को सीधे स्टंप पर मार दिया।
ऐसे में तीसरे अंपायर ने उन्हें आउट करार दिया। इस कड़ी में पाकिस्तान की तेज गेंदबाज डायना बेग ने मैच के बाद कहा कि मुनीबा का रन आउट विवाद अब सुलझ चुका है, मुझे लगता है। मैं इस बारे में ज्यादा बात नहीं करना चाहूंगी। जो भी हुआ, जो भी स्थिति थी, मुझे लगता है अभी तब ठीक हो गया।
बता दें कि 12 गेंद पर 2 रन पर आउट होने के बाद कप्तान फातिमा सना ने सीमा रेखा पर चौथे अंपायर किम कॉटन के साथ लंबी बहस की। मुनीबा ने काफी लंबे समय तक मैदान नहीं छोड़ा। हालांकि, उन्हें आउट किया गया।
क्या कहता है नियम?
आईसीसी प्लेइंग कंडिशन 30.1.2 के अनुसार, अर बल्लेबाज रन लेने या डाइव करने की कोशिश में नहीं है, तो उसे आउट ऑफ ग्राउंड नहीं माना जाएगा, भले ही बल्ला या शरीर जमीन से संपर्क खो दें।
ऐसे में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर मेल जोन्स जो उस वक्त कमेंट्री कर रहे थे उन्होंने कहा कि उस समय मुनीबा रन नहीं ले रही थी और न डाइव कर रही थीं, इसलिए तकनीकी रूप से उन्हें आउट नहीं दिया जाना चाहिए था।
CG News | Chhattisgarh News Hindi News Updates from Chattisgarh for India