कांग्रेस नेता और सांसद शशि थरूर ने संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान आ रही रुकावटों पर विपक्ष को आईना दिखाया है। शशि थरूर ने एक बार फिर पार्टी लाइन से हटकर बयान दिया है, जिससे साफ है कि थरूर और कांग्रेस के बीच अभी भी मतभेद चल रहे हैं।
दरअसल, कांग्रेस सांसद ने कहा कि लोगों ने सांसदों को प्रतिनिधित्व करने के लिए भेजा है, न कि चिल्लाने के लिए। थरूर ने कहा कि मैंने यह शुरू से ही कहा है। सोनिया गांधी समेत मेरी पार्टी के नेता यह अच्छी तरह जानते हैं। हो सकता है कि मैं पार्टी में अकेला आवाज हूं।
मैं यहां चिल्लाने नहीं आया हूं’
कांग्रेस सांसद ने कहा कि लोगों ने अपने सांसदों को अपने क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना है, न कि चिल्लाने और हंगामा करने के लिए। उन्होंने मुझे अपनी समझ का इस्तेमाल करके देश और उनके लिए बोलने के लिए भेजा है। मैं भी यहां चिल्लाने के लिए नहीं आया हूं।
गौरतलब है कि पिछले सोमवार को शीतकालीन सत्र की शुरुआत होने के बाद संसद में कई बार रुकावटें आईं। संसद के सत्र के दौरान विपक्ष वोटर लिस्ट के एसआईआर पर चर्चा की मांग कर रहा है। इस कारण सदन सुचारु रूप से नहीं चल पा रहा है। बीजेपी ने संसद के सत्र में आ रही रुकावटों के लिए विपक्ष को दोषी ठहराया है।
उल्लेखनीय है कि थरूर पहले भी अपने बयानों को लेकर विवादों में रहे हैं। उन्होंने कई मौकों पर पार्टी लाइन से हटकर बयान दिया। वहीं, उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर, भारत की विदेश नीति समेत कई मौकों पर पीएम मोदी की भी तारीफ की है। माना जाता है कि थरूर के इन्हीं बयानों के कारण पार्टी बैठकों के दौरान सीनियर नेताओं के बीच दूरी बढ़ती गई।
केरल से चार बार के सांसद हैं थरूर
उल्लेखनीय है कि शशि थरूर केरल के तिरुवनंतपुरम से चार बार के सांसद हैं। थरूर अपनी अंग्रेजी और अपने बयानों को लेकर पूरे देश में फेमस हैं। अक्सर नई पीढ़ी उनकी इंग्लिश वोकैबुलरी के लिए उनकी तारीफ करती है।
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