ईटानगर 12 जून।अरुणाचल प्रदेश में नौ दिन पूर्व लापता हुए भारतीय वायुसेना के ए एन-32 विमान की तलाश के लिए अभियान आज तड़के फिर से शुरू किया गया।
सियांग जिले के डिप्टी कमिश्नर राजीव तकूक ने बताया कि भारतीय वायुसेना, थल सेना और स्थानीय पर्वतारोहियों का एक दल दुर्घटना स्थल को रवाना हुआ है। उन्होंने कहा कि इन लोगों के सामने पहली चुनौती अपने हेलीकॉप्टर को जमीन पर उतारने या टीम को दुर्घटनास्थल तक पहुंचाने की है।कल हवाई खोजी दल को विमान का मलबा सियांग जिले में गट्टे गांव के पास दिखाई दिया था।
श्री तकूक ने कहा कि जिस स्थान पर विमान का मलबा देखा गया है वहां घनी पहाड़ी और घने जंगल हैं। टीम को सबसे पहले हेलीकॉप्टर दुर्घटनास्थल के पास उतारने के लिए उपयुक्त स्थान तलाशना होगा या टीम के सदस्यों को हेलीकॉप्टर से बंधी रस्सी के सहारे जमीन पर उतरना होगा।
इस अभियान में भारतीय सेना के एम.आई.-17 और एडवांस लाइफ हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल किया जा रहा है। अब तक लापता हेलीकॉप्टर में तैनात 13 लोगों के बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं है। भारतीय वायुसेना का दुर्घटनाग्रस्त ए.एन-25 विमान 3 जून को लापता हुआ था, जो असम में जोरहाट से अरूणाचल प्रदेश में सिओमी जिले के मेचुका जा रहा था।