अम्बिकापुर 18जून।छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने कहा है कि विश्व की प्राचीनतम नाट्यशाला तथा महाकवि कालीदास के मेघदूतम की रचना स्थली रामगढ़ की पहाड़ी के गौरव और ख्याति को देश विदेश तक पहुंचने के लिए समन्वित प्रयास करना होगा।
श्री सिंहदेव आज यहॉ उदयपुर जनपद के रामगढ़ की पहाड़ी में आयोजित रामगढ़ महोत्सव को संबोधित कर रहे थे।उन्होंने कहा कि रामगढ़ सरगुजा अंचल के लोक संगीत, लोककला, पुरातात्विक धरोहर का अनूठा संगम स्थल है। इसके स्वरूप को वृहद करने के लिए आगामी वर्षो में दो दिवसीय आयोजन को तीन दिवसीय करने पर विचार किया जाना चाहिए ताकि रामगढ़ में दो दिन का कार्यक्रम आयोजित हो सके।
उन्होने कहा कि रामगढ़ तथा इसके आस पास अनेक इतिहासिक एवं पुरातात्विक महत्व के स्थल है। रामगढ़ की पहाड़ी में अंकित शैलचित्र, गुफा में उत्कीर्ण शिला लेख, नाट्यशाला विद्यमान है।इन सभी धरोहरों को सहेजने की आवश्यकता है।उन्होंने कहा कि हमरी कला संस्कृति की जड़े इतनी गहरी है कि यह सभी हमारे स्मृति में हमेशा रहेगीे। उन्होंने कहा कि समय के साथ हमारे समाज मे तेजी से परिवर्तन आ रहा है, लेकिन हमें वर्तमान के साथ पुरातन के समन्वय के साथ आगे बढ़ना है।
श्री सिंहदेव ने कहा कि रामगढ़ में पर्यटकों की सुविधा के लिए रेस्ट हाउस का निर्माण कराया जाएगा ।इसके लिए जमीन चिन्हांकन के लिए वन विभाग एवं तहसील स्तर पर प्रस्ताव तैयार कर उचित स्थल का चयन करें।उन्होंने बताया कि रामगढ़ में पेयजल एवं मंदिर तक जाने के लिये सड़क निर्माण के लिय बजट में प्रावधान किया गया है जो आगामी वर्ष में बजट में शामिल किया जाएगा।
उन्होने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में बैंकिंग सेवा के विस्तार के लिए बैंक सखी की अवधारणा को पूरे छत्तीसगढ़ में लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह व्यवस्था पेंशन,मनरेगा,तेंदूपत्ता की राशि के लिए लोगो को बैंक के चक्कर काटने से मुक्ति दिलायेगी वहीं गांव के ही बहु-बेटी को रोजगार के साधन भी मिल सकेगा।उन्होंने कहा कि हमारी सरकार स्वास्थ्य और शिक्षा की बेहतरी के लिए प्रतिबद्ध है।