रायपुर 08 सितम्बर।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कहा है कि नवा छत्तीसगढ़ के नवनिर्माण में सभी समाजों की सक्रिय भागीदारी और भूमिका आवश्यक है।हम सब मिलकर राज्य को समृद्ध और खुशहाल बनाएंगे।
श्री बघेल ने आज यहां साहू समाज के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों के शपथ ग्रहण समारोह को संबोधित करते हुए सुराजी गांव योजना में गांवों में गौठानों के विकास, कुपोषण के खिलाफ लड़ाई और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए सभी लोगों से सक्रिय योगदान का आव्हान किया। उन्होंने कहा कि साहू समाज का प्रदेश स्तर से लेकर ग्राम स्तर तक मजबूत संगठन है।इन महत्वपूर्ण योजनाओं को सफल बनाने में साहू समाज अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है।
मुख्यमंत्री ने समारोह में साहू समाज के नवनिर्वाचित अध्यक्ष अर्जुन हिरवानी, उपाध्यक्ष तुलसी साहू और सरिता साहू सहित नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को शपथ दिलायी।उन्होंने नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को बधाई और शुभकामनाएं दी। समारोह की अध्यक्षता गृह एवं लोक निर्माण मंत्री ताम्रध्वज साहू ने की।विधायक धनेन्द्र साहू, श्रीमती छन्नी साहू, पूर्व मंत्री कृपाराम साहू, पूर्व सांसद चन्दूलाल साहू विशेष अतिथि के रूप में समारोह में उपस्थित थे।
श्री बघेल ने कहा कि हर प्रदेश की अपनी विशिष्ट सांस्कृतिक पहचान होती है। राज्य सरकार छत्तीसगढ़ की संस्कृति और पहचान को सरंक्षित रखते हुए प्रदेश के विकास की दिशा में आगे बढ़ रही हैं। संशोधन विधेयक के माध्यम से राजिम कुंभ का नामकरण राजिम पुन्नी मेला किया गया। हरेली, तीजा, कर्मा जयंती और विश्व आदिवासी दिवस पर सामान्य अवकाश की घोषणा की गई। आज विभिन्न समारोहों में काजू किशमिश की जगह ठेठरी, खुरमी जैसे छत्तीसगढ़ी व्यंजन सजते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में अन्य पिछड़ा वर्ग को प्रदेश में 27 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। अनुसूचित जाति को 12 से बढ़ाकर 13 प्रतिशत आरक्षण और अनुसूचित जनजातियों को 32 प्रतिशत आरक्षण दिया जा रहा है। राज्य सरकार के निर्णयों से प्रदेश में उत्साह का वातावरण है।