जिनेवा/नई दिल्ली 11 सितम्बर।भारत ने कहा है कि जीने के मौलिक मानवाधिकार के लिए संकट बने आतंकी गुटों और उऩ्हें शह देने वालों के खिलाफ संगठित रूप से निर्णायक और सख्त कार्रवाई करने का समय आ गया है।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में कल यहां विदेश मंत्रालय की सचिव विजय ठाकुर सिंह ने कहा कि मानवाधिकार के नाम पर अपना राजनीतिक हित साधने के लिए परिषद के मंच का दुरूपयोग करने वालों पर विश्व समुदाय को नजर रखने की जरूरत है।उन्होंने कहा कि जो दूसरे देशों में अल्पसंख्यकों के मानवाधिकार का मुद्दा उठा रहे हैं, वे अपने देश की स्थिति पर चुप्पी साधे हुए हैं।
उन्होने कहा कि विश्व और खासकर भारत ने प्रायोजित आंतकवाद का दंश झेला है। अब समय है कि लोगों की जान के दुश्मन आंतकवादी गुटों के खिलाफ सामुहिक और कड़ी कार्रवाई की जाए। हमें आतंकवाद और उसके समर्थकों के खिलाफ आवाज उठानी ही होगी।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के प्रथम सचिव विमर्श आर्यन ने कहा कि कल परिषद में पाकिस्तान के विदेश मंत्री के बयान पर मनगढंत बातों से मुद्दे को राजनीतिक रूप देने और देशों को लामबंद करने की कोशिश से भारत को हैरानी नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत विरोधी बयान दिये हैं और कुछ पाकिस्तानी नेताओं ने जम्मू-कश्मीर में हिंसा भड़काने के लिए जेहाद तक की अपील की है।