महाबलीपुरम 12 अक्टूबर।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति षी चिनपिंग के बीच दूसरी अनौपचारिक शिखर वार्ता सम्पन्न हो गई।वार्ता सकारात्मक माहौल में हुई और सार्थक रही।
दोनों नेताओं ने तमिलनाडु के मामल्लपुरम में आज दूसरे दिन भी अनौपचारिक वार्ता की। उन्होंने होटल ताज फिशरमैन्स कोव में लगभग एक घंटे तक अकेले में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। इसके बाद दोनों के बीच शिष्टमंडल स्तर की वार्ता हुई। इसमें विदेश मंत्री एस. जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल भी उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वुहान शिखर बैठक से दोनों देशों के संबंधों में नई गति आई और विश्वास पैदा हुआ है।उन्होने कहा कि..अब तक हमारे बीच द्विपक्षीय और वैश्विक मुद्दों पर महत्वपूर्ण विचार विनिमय हुआ है। वुहान स्प्रिट ने हमारे संबंधों को एक नया मोमेन्टम और ट्रस्ट दिया है। आज के हमारे चेन्नई कनेक्ट से दोनों देशों के बीच सहयोग का एक नया दौर शुरू होगा..।
वुहान बैठक के नतीजों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संपर्क बढ़ा है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और चीन प्राचीन काल से विश्व की बड़ी आर्थिक शक्तियां रही हैं।
राष्ट्रपति चिनपिंग ने कहा कि वे भारत ने जिस गर्मजोशी से उनका स्वागत किया है वे इससे अभिभूत हुए हैं।बाद में दोनों नेताओं ने सिल्क साडि़यों की बुनाई का प्रदर्शन देखा। उन्होंने हस्तशिल्प और प्राचीन कलाकृतियों की प्रदर्शनी भी देखी।श्री मोदी ने षी चिनपिंग को उनकी तस्वीर वाली एक शॉल उपहार स्वरूप भेंट की गई। इसे कोयम्बटूर के सिरुमुगई के शिल्पकारों ने विशेष रूप से उनके लिए तैयार किया है। प्रधानमंत्री ने उन्हें कांचीपुरम सिल्क की साड़ी भी भेंट की।