राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन में जाने माने फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन को दादासाहब फाल्के सम्मान प्रदान किया।
सम्मानित होने के बाद अमिताभ बच्चन ने आभार व्यक्त किया।उन्होने कहा कि..मैं भारत सरकार, सूचना प्रसारण मंत्रालय और राष्ट्रीय पुरस्कार के जितने भी ज्यूरी के सदस्य हैं उनको मैं अपनी ओर से अत्यंत अपना आभार प्रकट करना चाहता हूं कि आज उन्होंने मुझे इस योग्य समझा कि मैं दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया जाऊं। सबसे ज्यादा भारत की जनता का स्नेह और निष्ठापूर्ण प्रोत्साहन रहा है जिसकी वजह से आज मैं आपके सामने खड़ा हूं..।
अमिताभ बच्चन स्वास्थ्य खराब होने के कारण राष्ट्रीय फिल्म सम्मान समारोह में शामिल नहीं हो पाए थे। यह सम्मान भारतीय सिनेमा के पितामह धुंदीराज गोविंद फाल्के के नाम पर वर्ष 1969 में शुरू किया गया था।उसी वर्ष अमिताभ बच्चन ने सात हिंदुस्तानी फिल्म से हिंदी फिल्म उद्योग में पदार्पण किया था।
दादासाहब फाल्के सम्मान को भारतीय सिनेमा का सर्वोच्च सम्मान माना जाता है। इसके तहत विजेता को स्वर्ण कमल पदक, एक शॉल और दस लाख रुपये नकद दिए जाते हैं। इससे पहले यह सम्मान अभिनेता विनोद खन्ना को दिया गया था।